अखिलेश यादव चलाते हैं ‘परिवार डेवलपमेंट एजेंसी’ : केशव प्रसाद मौर्य
राजकुमार
- 15 Nov 2024, 06:18 PM
- Updated: 06:18 PM
मैनपुरी (उप्र), 15 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव पीडीए की बात करते हैं पर 'परिवार डेवलपमेंट एजेंसी' चलाते हैं।
उन्होंने मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बरनाहल में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अनुजेश यादव के समर्थन में एक जनसभा को मोबाइल से माध्यम संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कि अखिलेश जी पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की बात करते हैं, पर 'परिवार डवलपमेंट एजेंसी' चलाते हैं।
यहां भाजपा के एक कार्यकर्ता ने बताया कि खराब मौसम में हेलीकाप्टर के न उड़ पाने के कारण मौर्य बरनाहल की जनसभा में नहीं पहुंच पाये, इसलिए उन्होंने मोबाइल से संबोधित किया।
मौर्य ने कहा, ‘‘इस एजेंसी को मैं फर्जी पीडीए कहता हूं, क्योंकि इन्होंने धोखा देकर लोकसभा चुनाव में जनता का जो समर्थन हासिल कर लिया था आज वह समर्थन उन्हें नहीं मिल रहा है।’’
अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव में करहल विधानसभा सीट से चुनाव जीता था और 2024 में आजमगढ़ क्षेत्र से लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे यह विधानसभा सीट रिक्त हुई और अब उपचुनाव कराया जा रहा है।
भाजपा ने अखिलेश यादव के चचेरे बहनोई अनुजेश यादव को यहां पार्टी का उम्मीदवार बनाया है, जबकि अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव यहां से सपा के उम्मीदवार हैं।
मौर्य ने अपने संबोधन में 2027 के अगले विधानसभा चुनाव की चर्चा करते हुए कहा कि 2027 से पहले का यह चुनाव नींव में मजबूती डालने का चुनाव है।
उपमुख्यमंत्री ने मतदाओं से आह्वान किया, ''बिना भय और दबाव के मतदान करिये । मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि यदि अनुजेश यादव को विधायक बनाकर विधानसभा भेजा तो करहल को कमल की तरह खिलाने का काम भाजपा की सरकार करेगी।’’
मौर्य ने भरोसा जताया, ‘‘अब मुझे विश्वास है कि पहले जिन मतदाताओं ने सपा को वोट दिया, अब वे ही साइकिल को पंचर करके सैफई के गैराज में भेज देंगे।’’
उन्होंने दावा किया, ''साइकिल को कहीं पर भी अवसर देने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि समाजवादी पार्टी की साइकिल पंचर हो चुकी है और समाजवादी पार्टी समाप्तवादी पार्टी बनने जा रही है।''
भाषा सं आनन्द