प्रधानमंत्री मोदी ने बिरसा मुंडा की जयंती पर उन्हें दी श्रद्धांजलि
ब्रजेन्द्र यासिर शोभना
- 15 Nov 2024, 09:34 AM
- Updated: 09:34 AM
नयी दिल्ली, 15 नवंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी और जनजातीय अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाले आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुक्रवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘भगवान बिरसा मुंडा जी ने मातृभूमि की आन-बान और शान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनकी जन्म-जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के पावन अवसर पर उन्हें मेरा कोटि-कोटि नमन।’’
सरकार ने 2021 में मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाने की घोषणा की थी।
मुंडा का जन्म 1875 में अविभाजित बिहार के आदिवासी क्षेत्र उलिहातू में हुआ था। उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन और धर्मांतरण गतिविधियों के खिलाफ आदिवासियों को लामबंद किया था।
प्रधानमंत्री मोदी जनजातीय गौरव दिवस मनाने के लिए आज बिहार के जमुई का दौरा भी करेंगे।
प्रधानमंत्री इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण करेंगे और जनजातीय समुदायों के उत्थान और क्षेत्र के ग्रामीण एवं दूरदराज के इलाकों में बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
मोदी ने एक अन्य पोस्ट में कहा, "भगवान बिरसा मुंडा जी के 150वें जयंती वर्ष का कल से शुभारंभ होने जा रहा है। जनजातीय गौरव दिवस पर बिहार के जमुई में सुबह करीब 11 बजे उनके सम्मान में स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करने के अलावा कई परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण का भी सौभाग्य मिलेगा।"
प्रधानमंत्री ने झारखंडवासियों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई भी दी और प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण इस प्रदेश की प्रगति की कामना की।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में कहा, "झारखंड के अपने सभी भाई-बहनों को राज्य के स्थापना दिवस पर अनेकानेक शुभकामनाएं। जनजातीय समाज के संघर्ष और बलिदान से सिंचित इस धरती ने देश को हमेशा गौरवान्वित किया है।"
उन्होंने कहा, "मेरी कामना है कि प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण यह प्रदेश प्रगति के पथ पर तेज रफ्तार से आगे बढ़े।"
आज ही के दिन यानी 15 नवंबर 2000 को झारखंड की स्थापना हुई थी। यह राज्य बिरसा मुंडा के जन्मदिवस पर गठित किया गया था।
भाषा ब्रजेन्द्र यासिर