वक्फ मामले में अमानतुल्लाह खान को जमानत मिलने से मोदी के ‘झूठे मामले’ की पोल खुली: आप
प्रशांत माधव
- 14 Nov 2024, 09:18 PM
- Updated: 09:18 PM
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली वक्फ मामले में पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान को जमानत मिलने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘झूठे मामले’’ की पोल खुल गई है।
दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली वक्फ बोर्ड मामले में कथित अनियमितताओं से संबंधित धनशोधन के एक मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान को रिहा करने का आदेश दिया और साथ ही खान के खिलाफ दायर आरोपपत्र पर संज्ञान लेने से इनकार किया।
पार्टी के राज्यसभा सदस्य सिंह ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘धन शोधन का मामला भाजपा का ड्रामा और हथियार बन गया है। मैं प्रधानमंत्री मोदी से बार-बार कहता हूं कि अगर उनमें इतना गुस्सा, आक्रोश और नफरत है तो उन्हें हमें चौराहे पर खड़ा करके गोली मार देनी चाहिए।’’
उन्होंने यह भी दावा किया कि जांच एजेंसियां सारी विश्वसनीयता खो चुकी हैं। सिंह ने इससे पहले हिंदी में एक्स पर किये गए एक पोस्ट में कहा, “अमानत को जमानत। एक बार फिर मोदी के झूठे मुकदमे की पोल खुल गई। मोदी जी अपना हर हथकंडा अपना चुके लेकिन अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को खत्म नही कर पाये।”
अदालत के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि आप के सभी नेता ईमानदार और साहसी हैं।
केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर कहा, “अमानत को भी आज रिहा कर दिया गया। इसके साथ ही आप के सभी नेता बाहर आ गए हैं। अगर किसी ने कुछ गलत किया होता तो अब तक उनकी पार्टी में शामिल हो गया होता। (आप) के सभी नेता ईमानदार और साहसी हैं।”
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ऐसा होना तय था। उन्होंने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी के सभी नेता अब बाहर हैं। सच्चाई को पराजित नहीं किया जा सकता और हम पूरी ताकत से दिल्ली चुनाव लड़ने जा रहे हैं।’’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो सितंबर को खान और उनसे जुड़े कुछ अन्य लोगों के खिलाफ धनशोधन की जांच के तहत उन्हें गिरफ्तार किया था।
केंद्रीय एजेंसी द्वारा दिल्ली के ओखला इलाके में उनके आवास की तलाशी लेने के बाद उन्हें धनशोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया था।
ईडी ने 29 अक्टूबर को 110 पृष्ठों की पहली अनुपूरक अभियोजन शिकायत दायर की थी जिसमें दावा किया गया था कि खान ने दिल्ली वक्फ बोर्ड में भ्रष्टाचार के माध्यम से कथित रूप से अर्जित धन का शोधन किया है।
भाषा प्रशांत