फॉर्मूला-ई रेस विवाद में किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार : केटी रामाराव
प्रशांत अविनाश
- 14 Nov 2024, 08:11 PM
- Updated: 08:11 PM
(लक्ष्मी देवी ऐरे)
नयी दिल्ली, 14 नवंबर (भाषा) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष के.टी. रामाराव ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी से नेताओं का पलायन रुक गया है और उन्होंने तेलंगाना में सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपना मुख्य प्रतिद्वंद्वी बताया।
उन्होंने कहा कि वह फॉर्मूला-ई रेस विवाद में किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
राव ने ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए साक्षात्कार में कहा, “मैं किसी भी जांच के लिए तैयार हूं।” यह बात उन्होंने नगर निकाय मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान कैबिनेट की मंजूरी के बिना फॉर्मूला-ई रेसिंग कंपनी को 55 करोड़ रुपये हस्तांतरित करने के आरोपों पर कही।
केटीआर के नाम से चर्चित राव ने जांच को कांग्रेस सरकार द्वारा अधूरे चुनावी वादों से “ध्यान भटकाने वाला खेल” करार दिया।
अपने पिता और तेलंगाना विधानसभा में विपक्ष के नेता के चंद्रशेखर राव की सदन से अनुपस्थिति के बारे में अटकलों को खारिज करते हुए केटीआर ने कहा, “फिलहाल हम उनसे (मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी) निपटने के लिए पर्याप्त हैं। समय आने पर केसीआर आएंगे।”
उन्होंने कहा कि ध्यान केसीआर की उपस्थिति के बजाय सरकार द्वारा किए गए छह चुनावी वादों के क्रियान्वयन पर होना चाहिए।
पार्टी के कई नेताओं के दलबदल करने पर उन्होंने कहा कि हालांकि “10 विधायक पार्टी छोड़ चुके हैं, जो निलंबित अवस्था में हैं”, लेकिन पार्टी से विधायकों का पलायन रुक गया है।
हाल ही में विधानसभा चुनाव में हार का विश्लेषण करते हुए केटीआर ने “धारणा प्रबंधन” और “संचार” में विफलताओं का हवाला दिया। उन्होंने कहा, “हम मामूली अंतर से हारे, हम चार लाख वोटों से हारे।” उन्होंने मतदाताओं तक पार्टी की उपलब्धियों को पहुंचाने में संचार की कमी को स्वीकार किया।
अपने 10 साल के शासन के दौरान 1.60 लाख युवाओं को रोजगार देने और सरकारी कर्मचारियों के वेतन में 73 प्रतिशत की बढ़ोतरी लागू करने के बावजूद, केटीआर ने स्वीकार किया कि ये उपलब्धियां मतदाताओं को प्रभावित करने में विफल रहीं।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने कालेश्वरम सिंचाई परियोजना में मेदिगड्डा बैराज की विफलता जैसे मुद्दों पर आलोचना का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए भी संघर्ष किया।
राजनीतिक परिदृश्य का आकलन करते हुए, केटीआर ने भाजपा के प्रभाव को कम करके आंकते हुए कांग्रेस को प्रमुख प्रतिद्वंद्वी के रूप में रेखांकित किया।
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