चेन्नई के कैंसर रोग विशेषज्ञ पर हमले के खिलाफ तमिलनाडु के चिकित्सकों ने किया प्रदर्शन
यासिर मनीषा
- 14 Nov 2024, 04:47 PM
- Updated: 04:47 PM
चेन्नई, 14 नवंबर (भाषा) तमिलनाडु के एक अस्पताल में कैंसर रोग विशेषज्ञ चिकित्सक पर हुए हमले की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को पूरे राज्य में चिकित्सकों ने विरोध प्रदर्शन किया और चिकित्सा पेशेवरों की सुरक्षा की भी मांग की।
एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय चिकित्सा संघ और तमिलनाडु सरकारी चिकित्सक संघ के सदस्यों की हड़ताल से सरकारी अस्पताल में चिकित्सा सेवाएं प्रभावित नहीं हुई हैं। उन्होंने दावा किया कि बुधवार को बाह्य रोगी कक्ष में एक मरीज के बेटे द्वारा किए गए हमले से घायल हुए वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ बालाजी की हालत में सुधार है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने कलैइगनर सेंटेनरी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल (केसीएसएसएच), गिंडी में कैंसर रोग के एसोसिएट प्रोफेसर बालाजी जगन्नाथन से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
केसीएसएसएच के निदेशक डॉ. एल पार्थसारथी ने कहा, ‘‘डॉ. बालाजी के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। बिना किसी चिकित्सकीय उपकरण की सहायता के भी उनकी नब्ज ठीक है और उन्होंने सुबह नाश्ता भी किया। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से बात की और बताया कि उनकी तबीयत ठीक है...।’’
जब पत्रकारों ने बुधवार को अस्पताल परिसर में हुए हिंसक हमले के बारे में पूछा, तो उन्होंने जवाब दिया, ‘‘कैंसर का पता चलने पर व्यक्ति का भावनात्मक रूप से परेशान होना स्वाभाविक है। चिकित्सक द्वारा उपचार के विकल्पों के बारे में बताने के बाद मरीज को भर्ती कर लिया गया।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या हड़ताल से मरीजों को दी जाने वाली चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हुई हैं, उन्होंने कहा कि केसीएसएसएच में लगभग 500 से 600 रोगियों और गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती मरीजों को देखने के लिए पर्याप्त संख्या में चिकित्सक मौजूद हैं।
उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन की घोषणा मरीजों को परेशान करने के लिए नहीं की गई थी, यह लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए की गई थी। मरीजों को बगैर किसी बाधा के सभी चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
सुब्रमण्यम ने बाद में बताया कि डॉ. बालाजी की हालत में सुधार हो रहा है और जांच के बाद उन्हें आज वार्ड में स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज, जिला मुख्यालय अस्पताल और तालुक अस्पताल मरीजों के तीमारदारों को अस्थायी रूप से पहचान टैग प्रदान करेंगे।
मंत्री ने कहा, ‘‘मरीजों के तीमारदारों के लिए चार-रंग की टैग प्रणाली अक्टूबर के शुरू में राजीव गांधी राजकीय अस्पताल में शुरू की गई थी और इसे अन्य सरकारी सुविधाओं में भी विस्तारित किया जाएगा।’’
उन्होंने बताया कि पुलिस ने हमलावर विग्नेश पर हत्या के प्रयास सहित बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की सात धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हमलावर विग्नेश को अस्पताल के कर्मचारियों और लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है।
भाषा यासिर