एआरपीयू बढ़ने से वोडाफोन आइडिया का सितंबर तिमाही का घाटा कम होकर 7,176 करोड़ रुपये पर
अजय
- 13 Nov 2024, 10:05 PM
- Updated: 10:05 PM
नयी दिल्ली, 13 नवंबर (भाषा) कर्ज में डूबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) का एकीकृत घाटा कम होकर चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 7,175.9 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि इसका मुख्य कारण जुलाई में शुल्क दरों में बढ़ोतरी के बाद प्रति ग्राहक औसत कमाई (एआरपीयू) में वृद्धि है।
हालांकि, शुल्क वृद्धि के कारण कंपनी को तिमाही आधार पर ग्राहकों का नुकसान उठाना पड़ा। हालांकि, वोडाफोन आइडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अक्षय मूंदड़ा ने अब भी पूंजी की लागत को पूरा करने के लिए शुल्कों में एक और बढ़ोतरी की जरूरत का संकेत दिया है।
आलोच्य तिमाही के दौरान, वीआईएल ने नोकिया, एरिक्सन और सैमसंग के साथ तीन वर्षों की अवधि में नेटवर्क उपकरणों की आपूर्ति के लिए लगभग 3.6 अरब डॉलर (लगभग 30,000 करोड़ रुपये) का एक बड़ा सौदा किया। इसके लिए अक्टूबर में डिलिवरी और तैनाती शुरू हो गई है।
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का घाटा 8,746.6 करोड़ रुपये रहा था।
वीआईएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में सेवा से उसकी एकीकृत आय 1.8 प्रतिशत बढ़कर 10,918.1 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,714.6 करोड़ रुपये थी।
आलोच्य तिमाही में कंपनी की एकीकृत परिचालन आय बढ़कर 10,932.2 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 10,716.3 करोड़ रुपये थी।
वीआईएल ने चार जुलाई से मोबाइल सेवाओं की दरों में 11-24 प्रतिशत की वृद्धि की है।
शुल्क बढ़ोतरी के बाद वीआईएल के कुल ग्राहक आधार के साथ-साथ 4जी ग्राहकों की संख्या में भी गिरावट आई है।
तिमाही आधार पर कंपनी का कुल ग्राहक आधार 21 करोड़ से घटकर 20.5 करोड़ और 4जी ग्राहक आधार 12.67 करोड़ से घटकर 12.59 करोड़ रह गया है।
भाषा अनुराग अजय
अजय