केरल में माकपा नेता जयराजन की अप्रकाशित आत्मकथा को लेकर विवाद पैदा हुआ
गोला वैभव
- 13 Nov 2024, 01:42 PM
- Updated: 01:42 PM
तिरुवनंतपुरम, 13 नवंबर (भाषा) केरल में वायनाड लोकसभा सीट और चेलक्करा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए जारी मतदान के बीच मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता ई पी जयराजन की आत्मकथा को लेकर बुधवार को नया विवाद पैदा हो गया है जो अभी प्रकाशित नहीं हुई है।
कुछ समाचार चैनलों ने कथित आत्मकथा के अंश आज सुबह प्रसारित किए जिसमें वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की सरकार और माकपा के बारे में आलोचनात्मक टिप्पणियां हैं।
उपचुनाव वाले दिन इस मामले से बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा होने पर जयराजन ने किताब के अंशों को खारिज किया और दावा किया कि ये उन्होंने नहीं लिखे हैं।
स्थानीय मीडिया द्वारा प्रसारित अप्रकाशित किताब के अंशों के अनुसार, कन्नूर के नेता ने उन्हें एलडीएफ संयोजक के रूप में हटाने के पार्टी के फैसले पर निराशा जतायी और केपीसीसी के पूर्व डिजीटल मीडिया संयोजक पी. सरीन को पलक्कड में एलडीएफ प्रत्याशी के तौर पर चुनने के फैसले पर नाखुशी जतायी।
ऐसी खबर है कि ‘‘कत्तन चयायुम परिप्पुवदायुम : द लाइफ ऑफ ए कम्युनिस्ट’’ नामक पुस्तक जाने-माने प्रकाशक द्वारा प्रकाशित की जा रही है जिन्होंने मंगलवार को अपने सोशल मीडिया खाते पर इसका आवरण जारी किया।
उन्होंने पहले घोषणा की थी कि यह किताब बुधवार को प्रकाशित की जाएगी। हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ तकनीकी मुद्दों के कारण किताब का प्रकाशन स्थगित कर दिया गया है।
इस किताब की सामग्री को खारिज करते हुए जयराजन ने कहा कि वह अब भी अपनी आत्मकथा लिख रहे हैं और यह अभी पूरी नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि इसके विमोचन की घोषणा करने वाले प्रकाशक सहित दो प्रकाशकों ने प्रकाशन अधिकार के लिए उनसे संपर्क किया है, लेकिन उन्होंने किसी को भी अधिकार नहीं दिए हैं।
जयराजन ने मीडिया से कहा, ‘‘ये अंश बिल्कुल निराधार हैं। मैंने अपनी किताब में ऐसा कुछ नहीं लिखा है और न ही ऐसा कुछ लिखने का इरादा है।’’
साथ ही उन्होंने मतदान वाले दिन किताब के इन अंशों को जारी करने को ‘‘सोचा-समझा कदम’’ बताया और कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए कि प्रकाशक को ऐसी सामग्री कैसे मिली।
चेलक्करा में एलडीएफ प्रत्याशी यू आर प्रदीप ने कहा कि उन्हें इस घटनाक्रम की कोई जानकारी नहीं है और पार्टी नेतृत्व इस विवाद पर जवाब देगा, वहीं, कांग्रेस नेताओं ने तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि माकपा नेताओं के बीच कलह और मतभेद इसके जरिए सामने आ गए हैं।
भाषा गोला