एआई-विस्तारा विलय पूरा; एकीकृत इकाई में 3,195 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी एसआईए
अनुराग अजय
- 12 Nov 2024, 05:39 PM
- Updated: 05:39 PM
(तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) तेजी से बढ़ते भारतीय विमानन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण एकीकरण के तहत एयर इंडिया ने मंगलवार को विस्तारा के साथ विलय को पूरा कर लिया। अस्तित्व में आई इस एकीकृत एयरलाइन का आंशिक स्वामित्व सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) के पास रहेगा। यह एयरलाइन प्रतिदिन 1,20,000 से अधिक यात्रियों को सेवाएं देगी और 90 से अधिक गंतव्यों को जोड़ेगी।
विलय की घोषणा नवंबर, 2022 में की गई थी। यह विलय एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट के एकीकरण के छह सप्ताह के भीतर पूरा हो गया है। ये दोनों विलय टाटा समूह के लिए एक पूर्ण सेवा एयरलाइन और एक किफायती एयरलाइन लेकर आए हैं।
इससे पहले करीब 10 साल पुरानी एयरलाइन विस्तारा (टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम) बंद हो गई और इसकी आखिरी उड़ान दिल्ली से सिंगापुर के लिए थी।
विलय के तहत सिंगापुर एयरलाइंस (एसआईए) विस्तारित इकाई में अतिरिक्त 3,194.5 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
एयर इंडिया के बयान के अनुसार, विस्तारित एयर इंडिया 210 विमानों के बेड़े के साथ 90 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ते हुए 5,600 से अधिक साप्ताहिक उड़ानें संचालित करेगी।
इसके अलावा, नई इकाई हर दिन 1,20,000 से अधिक यात्रियों को सेवाएं देगी और 75 से अधिक कोडशेयर और इंटरलाइन भागीदारों के माध्यम से 800 से अधिक गंतव्यों तक विस्तारित विश्वव्यापी संपर्क प्रदान करेगी। यह अब देश की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन और दूसरी सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी है।
बयान के अनुसार, “विलय के बाद, एयर इंडिया समूह में 300 विमानों का संयुक्त बेड़ा हो गया है, जो 55 घरेलू और 48 अंतर्राष्ट्रीय गंतव्यों को जोड़ता है। इसमें 312 मार्ग और प्रति सप्ताह 8,300 उड़ानें शामिल हैं। सामूहिक कर्मचारियों की संख्या 30,000 से अधिक है।”
एयर इंडिया के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने कहा कि यह विलय एयर इंडिया समूह की निजीकरण के बाद की बदलाव यात्रा के एकीकरण और पुनर्गठन के चरण को पूरा करता है।
उन्होंने कहा, “पिछले दो वर्षों में चारों एयरलाइन कंपनियों की टीम ने साथ और अन्य हितधारकों के साथ मिलकर काम किया है।”
एयर इंडिया ने कहा कि 4,000 से अधिक ‘वेंडर’ अनुबंधों को समेकित किया गया है और 2,70,000 ग्राहक बुकिंग को स्थानांतरित किया गया है।
दिल्ली से सिंगापुर के लिए ‘यूके115’ उड़ान विस्तारा की ‘यूके’ कोड वाली आखिरी उड़ान थी, जबकि मुंबई से दिल्ली के लिए ‘यूके986’ एयरलाइन की आखिरी घरेलू उड़ान थी।
एक नया अध्याय शुरू करते हुए, विलय की गई इकाई ने दोहा से मुंबई के लिए ‘एआई2286’ कोड के साथ अपनी पहली उड़ान का संचालन किया।
भाषा अनुराग