झारखंड में सत्ता में आने पर भाजपा घुसपैठियों की पहचान के लिए समिति गठित करेगी : अमित शाह
शफीक अविनाश
- 12 Nov 2024, 12:25 AM
- Updated: 12:25 AM
(तस्वीरों के साथ)
सरायकेला/तमाड़, 11 नवंबर (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि अगर झारखंड में भाजपा सत्ता में आती है तो वह अवैध प्रवासियों की पहचान करने और उन्हें बाहर निकालने के लिए एक समिति गठित करेगी और उनके द्वारा ‘‘हड़पी गई’’ जमीन को भी वापस लिया जाएगा।
शाह ने सरायकेला में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी महिलाओं से विवाह करने पर घुसपैठियों को जमीन हस्तांतरित होने से रोकने के लिए एक कानून बनाया जाएगा।
आज दिन में तीन रैलियां करने वाले वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि घुसपैठिए झारखंड की ‘‘रोटी, बेटी और माटी’’ के लिए खतरा हैं।
उन्होंने दावा किया कि घुसपैठ का मुद्दा उठाने के लिए चंपई सोरेन का अपमान किया गया और हेमंत सोरेन ने उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।
शाह ने कहा,‘‘ झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को भ्रष्टाचार और घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठाने पर अपमानित किया गया, जो पूरे आदिवासी समुदाय का अपमान है।’’
कांग्रेस को ‘‘डूबता जहाज’’ करार देते हुए शाह ने रांची जिले के तमाड़ में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वह (कांग्रेस) चुनाव में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को नहीं बचा सकती।
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इंडिया’ गठबंधन ने झारखंड को बर्बाद कर दिया।
उन्होंने वादा किया कि चुनाव बाद भाजपा यदि सत्ता में आई तो वह अगले पांच साल में इसे सबसे अधिक समृद्ध राज्य बना देगी।
शाह ने आरोप लगाया कि झामुमो, कांग्रेस आदिवासियों को महज वोट बैंक समझते हैं, वे उनका सम्मान नहीं करते ।
उन्होंने दावा किया, ‘‘घुसपैठियों के कारण आदिवासियों की संख्या लगातार घटती जा रही है और ये घुसपैठिये झामुमो नीत (सत्तारूढ़) गठबंधन के वोट बैंक हैं।’’
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए शाह ने कहा, ‘‘राहुल गांधी की चार पीढ़ियां भी जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस नहीं ला सकती हैं।’’
भाषा शफीक