एसएसडीएफ ने जम्मू में पाकिस्तानी झंडा जलाया, आतंकी हमलों पर श्वेत पत्र की मांग की
रंजन अविनाश
- 11 Nov 2024, 09:05 PM
- Updated: 09:05 PM
जम्मू, 11 नवंबर (भाषा) शिवसेना डोगरा फ्रंट (एसएसडीएफ) ने सोमवार को किश्तवाड़ में एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) की मौत के विरोध में यहां पाकिस्तानी झंडा जलाया और आतंकी हमलों में सेना के जवानों की मौत पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की।
संगठन ने सरकार की आलोचना करते हुये कहा कि इसके गठन के बाद से अब तक 15 आतंकी घटनायें हो चुकी हैं ।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, राजौरी एवं पुंछ में कई वर्षों तक आतंकी हमलों के बाद, इस साल जम्मू क्षेत्र के छह और जिलों में आतंकी गतिविधियां फैल गईं जिनमें 44 लोगों की मौत हो गयी है। इनमें 18 सुरक्षाकर्मी और 13 आतंकवादी शामिल हैं।
संगठन ने अखनूर में सोमवार को हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जिसका नेतृत्व एसएसडीएफ के अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने किया ।
इससे पहले जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने कुंतवाड़ा के रहने वाले दो ग्राम रक्षा गार्ड कुलदीप कुमार और नजीर की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
गुप्ता ने कहा, ‘‘हाल के दिनों में जम्मू क्षेत्र में यह तीसरा आतंकवादी हमला है। 29 अक्टूबर को बट्टल क्षेत्र में एक सैन्य एम्बुलेंस पर हमला किया गया था, जिसके बाद सेना के जवानों ने इसमें शामिल सभी तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। इसके बाद किश्तवाड़ में आतंकवादियों ने दो ग्राम रक्षा गार्ड की हत्या कर दी और विशेष बल के जेसीओ शहीद हो गए।’’
गुप्ता ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘हम बढ़ते आतंकवादी हमलों और मुठभेड़ों पर श्वेत पत्र की मांग करते हैं... हम सरकार से आतंकवादियों, पहाड़ियों में उनके सहयोगियों, उनके शरण स्थलों और उन्हें मिलने वाले समर्थन का खुलासा करने का आग्रह करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि बातचीत से कोई समाधान नहीं निकल सकता क्योंकि दोनों देशों के बीच कोई साझा आधार नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘सीमा पार और बालाकोट हमलों ने देश के दृढ़ संकल्प को दर्शाया, लेकिन समय के साथ उनका प्रभाव कम होता गया, जिसके लिए नए सिरे से स्पष्ट संदेश की आवश्यकता है।’’
भाषा रंजन