इफ्फी 2024: ‘बेटर मैन’ से फिल्म महोत्सव की शुरुआत, फिलिप नॉयस को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार’
जितेंद्र माधव
- 11 Nov 2024, 05:52 PM
- Updated: 05:52 PM
नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) गोवा में आयोजित 55वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (इफ्फी) की शुरुआत ब्रिटिश पॉप गायक रॉबी विलियम्स के जीवन पर आधारित अर्ध-आत्मकथात्मक फिल्म ‘बेटर मैन’ के साथ होगी।
फिल्म महोत्सव में ऑस्ट्रेलियन फिल्म निर्माता फिलीप नॉयस को सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
गोवा में 20 से 28 नवंबर तक आयोजित इस वार्षिक फिल्म महोत्सव में 81 देशों की 180 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय फिल्में दिखाई जाएंगी, जिसमें 15 फिल्में विश्व स्तर पर, तीन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, 40 एशियाई स्तर पर और 106 भारतीय स्तर पर रिलीज होगीं।
इफ्फी 2024 के पूर्वावलोकन के लिए सोमवार को यहां राष्ट्रीय मीडिया केंद्र में संवादादाता सम्मेलन आयोजित किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन, सूचना एवं प्रसारण सचिव संजय जाजू, फिल्म महोत्सव निदेशक शेखर कपूर और सीबीएफसी अध्यक्ष प्रसून जोशी शामिल हुए।
मुरुगन ने कहा कि इफ्फी ‘कान फिल्म फेस्टिवल से कम नहीं है’।
मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “आप हमारे इफ्फी की तुलना कान और कुछ अन्य फिल्म महोत्सव से कर सकते हैं। हम इफ्फी में भी वही सब दिखा रहे हैं। हमें अंतरराष्ट्रीय दर्शकों और प्रतिनिधियों से जो प्रतिक्रिया मिल रही है, वह शानदार है। मुंबई और चेन्नई में फिल्म महोत्सव के बारे में रोड शो निकाला जा रहा है। हैदराबाद में एक और रोड शो होगा। हम देख रहे हैं कि कैसे फिल्म जगत इस महोत्सव को अपना रहा है और इसकी जिम्मेदारी ले रहा है।”
इस फिल्म महोत्सव की शुरुआत माइकल ग्रेसी की ऑस्ट्रेलियाई फिल्म ‘बेटर मैन’ की एशियाई रिलीज से होगी। ‘बेटर मैन’ पॉपस्टार रॉबी विलियम्स के जीवन की एक आकर्षक झलक पेश करती है।
एंजेलिना जोली अभिनीत ‘साल्ट’, हैरिसन फोर्ड अभिनीत ‘पैट्रियट गेम’ और डेनजेल वाशिंगटन व जोली अभिनीत ‘द बोन कलेक्टर’ जैसी फिल्मों के लिए मशहूर नॉयस को इफ्फी 2024 में सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा।
इस फिल्म महोत्सव में महिलाओं द्वारा निर्देशित 47 फिल्में और युवा एवं नवोदित फिल्म निर्माताओं की 66 फिल्म प्रदर्शित की जाएंगी।
यह महोत्सव कम प्रसिद्ध या फिर नये निर्माताओं व निर्देशकों की कला को दुनिया के सामने लाने की अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
भाषा जितेंद्र