हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 नवंबर से
अमित नेत्रपाल
- 11 Nov 2024, 05:42 PM
- Updated: 05:42 PM
चंडीगढ़, 11 नवंबर (भाषा) हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र यहां बुधवार से शुरू होगा। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नयी राज्य सरकार अनुबंध कर्मचारियों के लिए नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने सहित कुछ विधेयक लाएगी।
हरियाणा विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि यह निर्णय लिया गया है कि सत्र 13, 14 और 18 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।
सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी, जिसके बाद सदन में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी और मुख्यमंत्री 14 नवंबर को जवाब देंगे।
विपक्षी कांग्रेस अभी तक अपने विधायक दल के नेता का फैसला नहीं कर पाई है। कांग्रेस को हाल में हुए विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस नेता गीता भुक्कल ने संकेत दिया कि पार्टी आलाकमान द्वारा इसका निर्णय महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के बाद लिए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि विपक्ष किसानों को प्रभावित करने वाले डाइ-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की कमी जैसे मुद्दे उठाएगा।
हरियाणा कांग्रेस विधायक दल ने 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद 18 अक्टूबर को अपनी पहली बैठक की थी, जिसमें पार्टी आलाकमान को सदन में पार्टी का अगला नेता नियुक्त करने के लिए अधिकृत करने वाला प्रस्ताव पारित किया गया था।
भुक्कल ने संवाददाताओं से कहा कि चूंकि महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, ‘‘हमें उम्मीद है कि इस पर जल्द ही फैसला हो जाएगा।’’
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पिछले सदन में विपक्ष के नेता थे और लगातार हार के बाद नेताओं का एक वर्ग चाहता है कि युवा पीढ़ी इस पद पर आसीन हो।
यह 15वीं हरियाणा विधानसभा का पहला पूर्ण सत्र होगा। 90 सदस्यीय विधानसभा की बैठक 25 अक्टूबर को हुई थी, लेकिन नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने और अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष के निर्वाचित होने के बाद सदन को उसी दिन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था।
सैनी ने कहा, ‘‘सत्र के दौरान कुछ विधेयक भी लाए जाएंगे।’’
हरियाणा के मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि इसमें सेवानिवृत्ति की आयु तक संविदा कर्मचारियों के लिए नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का विधेयक भी शामिल होगा, जिससे लगभग 1.20 लाख ऐसे कर्मचारियों को लाभ होगा।
विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले, हरियाणा मंत्रिमंडल ने इस संबंध में अध्यादेश लाने को अपनी मंजूरी दे दी थी और अब शीतकालीन सत्र में हरियाणा संविदा कर्मचारी (सेवा सुरक्षा) विधेयक, 2024 लाया जाएगा।
कांग्रेस द्वारा विपक्ष के नेता के नाम की घोषणा में देरी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री सैनी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘यह उनका आंतरिक मामला है।’’
पांच अक्टूबर को हुए चुनाव में, भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीट जीतकर राज्य में अभूतपूर्व तीसरा कार्यकाल हासिल किया। कांग्रेस को 37 सीट मिली थीं, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के खाते में दो सीट आई थीं। तीन निर्दलीय भी जीते थे।
बेदी ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में उपसभापति कृष्ण लाल मिड्ढा, मुख्यमंत्री सैनी, संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा, कांग्रेस की गीता भुक्कल, इनेलो के अर्जुन चौटाला और निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल मौजूद थीं।
उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘हमने अपने जीवन में इतना असहाय, मुद्दाविहीन विपक्ष कभी नहीं देखा।’’
बेदी ने यह भी कहा कि विधायकों के लिए मंगलवार को एक संक्षिप्त प्रशिक्षण/अभिविन्यास कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, खासकर इसलिए क्योंकि इस बार कई नेता पहली बार विधायक चुनकर आए हैं।
भुक्कल ने कहा कि मुख्यमंत्री सैनी को उसी दिन हरियाणा के राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब देना था, लेकिन बैठक के दौरान विपक्ष ने कहा कि इससे विधायकों को चर्चा में भाग लेने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद, कार्य मंत्रणा समिति की आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि मुख्यमंत्री 14 नवंबर को धन्यवाद प्रस्ताव पर अपना जवाब देंगे।’’
इस बीच, भुक्कल ने कहा कि कांग्रेस हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान किसानों, स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी, महंगाई और मादक पदार्थ से जुड़े मुद्दे उठाएगी। भुक्कल ने कहा, ‘‘किसान डीएपी की कमी से जूझ रहे हैं और उन्हें कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है, लेकिन सरकार दावा कर रही है कि कोई कमी नहीं है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम अपने शहरों की दीवारों पर पोस्टर, होर्डिंग और बैनर लगे होने के कारण हो रहे नुकसान का मुद्दा भी उठाएंगे। इसके अलावा, यहां-वहां कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।’’
इस बीच, कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री सैनी ने विश्वास जताया कि महाराष्ट्र और झारखंड में भाजपा सरकार बनाएगी। सैनी ने कहा, ‘‘लोग जानते हैं कि कांग्रेस केवल झूठ बोलती है.... वे जानते हैं कि प्रधानमंत्री जो कहते हैं, वह करते हैं और उन्होंने हमेशा अपनी गारंटी पूरी की है।’’
भाषा अमित