इक्विटी म्यूचुअल फंड में अक्टूबर में रिकॉर्ड 41,887 करोड़ रुपये का निवेश
अनुराग अजय
- 11 Nov 2024, 06:09 PM
- Updated: 06:09 PM
नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) इक्विटी म्यूचुअल फंड में अक्टूबर में 41,887 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश आया है। यह मासिक आधार पर 21.7 प्रतिशत की वृद्धि है। शेयर बाजार में भारी अस्थिरता के बावजूद इसे विशेष क्षेत्रों के आधार पर निवेश करने वाले कोषों में मजबूत निवेश से बल मिला है।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, यह शेयरों में निवेश करने वाले कोषों में शुद्ध प्रवाह का लगातार 44वां महीना है, जो निवेशकों के बीच म्यूचुअल फंड के बढ़ते आकर्षण को दर्शाता है।
इसके अलावा, व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) से मासिक योगदान अक्टूबर में बढ़कर 25,323 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया, जबकि सितंबर में यह 24,509 करोड़ रुपये था।
एम्फी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वेंकट चलसानी ने कहा कि उद्योग की मजबूत वृद्धि का पता इस बात से चलता है कि खुदरा फोलियो की संख्या 17.23 करोड़ के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गई है। इसमें एसआईपी खातों में निरंतर वृद्धि का प्रमुख योगदान रहा। एसआईपी खातों की संख्या अब 10.12 करोड़ से अधिक हो गई है।
शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बावजूद यह निवेश हुआ, जिसमें विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने अमेरिकी चुनावों सहित प्रमुख वैश्विक घटनाओं के कारण समीक्षाधीन महीने में 94,000 करोड़ रुपये की भारी निकासी की। अक्टूबर के दौरान बाजारों में गिरावट ने निवेशकों के लिए निवेश का अच्छा अवसर प्रदान किया, जिसका उन्होंने लाभ उठाया।
जर्मिनेट इन्वेस्टर सर्विसेज के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) संतोष जोसफ ने कहा, “अक्टूबर के आंकड़े, खासतौर पर बाजार में भारी गिरावट को देखते हुए वाकई असाधारण हैं। इसी साल जहां बाजार के मजबूत प्रदर्शन के कारण इक्विटी प्रवाह में तेजी आई थी, वहीं अक्टूबर में इसमें भारी उलटफेर देखने को मिला।”
उन्होंने कहा, “सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में पांच-छह प्रतिशत की गिरावट हाल के वर्षों में सबसे तेज गिराव में से एक है, जो कि हमने आखिरी बार मार्च, 2020 में देखी थी। इसके बावजूद, खुदरा निवेशकों ने उल्लेखनीय मजबूती दिखाई है और इक्विटी म्यूचुअल फंड में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश हुआ है।”
कुल मिलाकर, म्यूचुअल फंड उद्योग में सितंबर में 71,114 करोड़ रुपये की निकासी के बाद समीक्षाधीन महीने में 2.4 लाख करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया। यह भारी प्रवाह बॉन्ड योजनाओं में 1.57 लाख करोड़ रुपये के निवेश के कारण था।
उद्योग के प्रबंधन के तहत शुद्ध परिसंपत्तियां (एयूएम) सितंबर के 67 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अक्टूबर में 67.25 लाख करोड़ रुपये हो गईं।
आंकड़ों के अनुसार, शेयरों में निवेश वाली योजनाओं में सितंबर में 34,419 करोड़ रुपये की तुलना में अक्टूबर में 41,887 करोड़ रुपये का प्रवाह देखा गया।
इससे पहले जून में इक्विटी योजनाओं में 40,608 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
भाषा अनुराग