भाजपा चुनावी ‘जुमले’ के लिए कांग्रेस की गारंटी योजनाओं की नकल कर रही : खरगे
पारुल माधव
- 09 Nov 2024, 05:00 PM
- Updated: 05:00 PM
(फाइल फोटो के साथ)
बेंगलुरु, नौ नवंबर (भाषा) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उनकी पार्टी की गारंटी योजनाओं की नकल करने और अपने चुनावी ‘जुमले’ के हिस्से के रूप में चुनावी राज्यों में इसी तरह की घोषणाएं करने का शनिवार को आरोप लगाया।
भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए खरगे ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की गारंटी योजना का जोरदार तरीके से बचाव किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोगों से किए गए वादों को पूरा करती है, क्योंकि वह हमेशा उनके कल्याण के बारे में सोचती है।
यह पूछे जाने पर कि मोदी और अन्य भाजपा नेता चुनाव प्रचार के दौरान कर्नाटक सरकार की गारंटी योजनाओं पर सवाल उठा रहे हैं, खरगे ने दावा किया, “मैंने झारखंड और महाराष्ट्र में उन्हें विस्तार से जवाब दिया है। मैं अब भी उनसे कर्नाटक के हमारे बजट का अध्ययन करने के लिए कहता हूं। बजट में पांच गारंटी योजनाओं के लिए करीब 52 हजार करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है, जिसका 47 प्रतिशत खर्च किया जा चुका है... शायद उन्होंने बजट नहीं देखा है।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अब भाजपा ने बिना किसी उचित बजट (आवंटन) के कई घोषणाएं की हैं। उन्होंने दावा किया, “हमने कर्नाटक में जिन पांच गारंटी की घोषणा की थी, उनकी नकल करते हुए उन्होंने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और अन्य राज्यों में घोषणाएं की हैं...।”
बेंगलुरु में संवाददाताओं से बातचीत में खरगे ने आरोप लगाया कि भाजपा कर्नाटक सरकार को बदनाम करने के लिए दुष्प्रचार कर रही है और किसी को भी इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “उन्होंने हमारी गारंटी योजनाओं की नकल की है। हम कम से कम उन गारंटी योजनाओं को लागू कर रहे हैं, जिनका हमने वादा किया था। हमने केंद्र में सत्ता में रहते हुए भी ऐसा किया था, अब हम उन राज्यों में ऐसा कर रहे हैं, जहां हमारी सरकार है।”
उन्होंने “विदेशी बैंकों में जमा काला धन वापस लाकर हर भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये डालने”, दो करोड़ नौकरियों का सृजन करने, फसलों की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) बढ़ाने और बुलेट ट्रेन चलाने जैसे विभिन्न वादों का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा और मोदी ने अपनी किसी भी गारंटी को पूरा या लागू नहीं किया है।
खरगे ने कहा, “सब जुमला है। वे चुनावों की खातिर वादे करते हैं, जबकि कांग्रेस हमेशा लोगों के कल्याण के लिए काम करती है।”
कर्नाटक में वक्फ संबंधी विवाद से जुड़े सवाल पर सीधा जवाब देने से बचते हुए खरगे ने कहा, “संयुक्त संसदीय समिति इस पर गौर कर रही है। इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है, मैं इस पर कुछ बोल नहीं सकता... एक बार संयुक्त संसदीय समिति की रिपोर्ट संसद में आ जाए, तो हम इस पर बोल सकते हैं।”
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने के मुद्दे पर खरगे ने कहा, “मैं इस पर बार-बार नहीं बोलना चाहता। ईवीएम को लेकर हमारे पास एक टीम है, जिसमें कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी जैसे नेता शामिल हैं। कई लोग इस पर काम कर रहे हैं। देखते हैं क्या सामने आता है।”
भाषा पारुल