भाजपा ने गरीब राज्यों की कमर तोड़ दी है, झारखंड को नींबू की तरह निचोड़ दिया: हेमंत सोरेन
शोभना गोला नेत्रपाल
- 09 Nov 2024, 02:24 PM
- Updated: 02:24 PM
(नमिता तिवारी)
रांची, नौ नवंबर (भाषा) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि इसने करीब दो दशक तक ‘‘राज्य को नींबू की तरह निचोड़ा’’ और गरीब राज्यों की कमर तोड़ दी है।
सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार विधायकों, सांसदों की खरीद-फरोख्त करके और सरकारें गिराकर ‘‘डबल इंजन’’ वाली सरकारें बनाती है तथा देश के संघीय ढांचे को नष्ट कर रही है।
सोरेन ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ विशेष साक्षात्कार में दावा किया, ‘‘भाजपा ने पिछले 20 वर्षों में झारखंड को नींबू की तरह निचोड़ दिया लेकिन अब यह बंद होना होगा। गाय को हम खिलाते हैं और दूध वे ले जाते हैं। अब इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने झारखंड की संपदा को लूटा। यह विडंबना ही है कि खनिज संसाधनों से समृद्ध झारखंड सबसे गरीब राज्यों में से एक बन गया है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘हम संसाधनों - कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, डोलोमाइट से समृद्ध हैं लेकिन हमारा राजस्व संग्रह केंद्र सरकार की जीएसटी व्यवस्था से बाधित है जिसने झारखंड जैसे राज्यों की कमर तोड़ दी है। इसने हमारी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया।’’
सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बार-बार पत्र लिखने के बावजूद राज्य को 1.36 लाख करोड़ रुपये का कोयला बकाया अभी तक नहीं मिला है।
उन्होंने भाजपा पर ‘‘सत्ता हथियाने के लिए विभाजनकारी राजनीति, हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक घृणा के तय एजेंडे’’ पर काम करने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि यह देश का दुर्भाग्य है कि स्वस्थ राजनीतिक प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है।’’
सोरेन ने आरोप लगाया, ‘‘उनके (भाजपा) पास विकास, रोजगार या आर्थिक समृद्धि के लिए कोई एजेंडा नहीं है। उन्हें सिर्फ एक एजेंडा पता है और वह है विभाजन का। वे विभाजनकारी राजनीति की बात करते हैं, सांप्रदायिक नफरत को बढ़ावा देते हैं और हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को बढ़ावा देते हैं।’’
उन्होंने दावा किया कि भाजपा नीत केंद्र सरकार ‘‘एक आदिवासी मुख्यमंत्री का पांच साल का कार्यकाल पूरा करना पचा नहीं सकी।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार को कमजोर करने के लिए समय से पहले चुनाव कराए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोरेन ने केंद्र सरकार पर ‘‘खरीद फरोख्त में माहिर’’ होने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नीत केंद्र सरकार खरीद-फरोख्त में माहिर है। वे विधायकों, सांसदों की खरीद-फरोख्त करने और सरकारें गिराने में विशेषज्ञ हैं।’’
सोरेन ने दावा किया, ‘‘ जब से हम सत्ता में आए हैं उन्होंने हम पर अप्रासंगिक आरोप लगाए, षड्यंत्र रचे और बदनाम करने वाले अभियान चलाए। उन्होंने सोचा कि वे हमारी पार्टी को तोड़ सकते हैं, हमारे विधायकों को खरीद सकते हैं, लेकिन लोगों के आशीर्वाद से मैं पहले से कहीं अधिक मजबूत होकर बाहर आया।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘अगर प्रधानमंत्री मोदी का बस चलता तो वह झारखंड चुनाव जीतने के लिए विदेश से स्टार प्रचारक लाते।’’
भाजपा के इस आरोप पर कि झारखंड में आदिवासी मणिपुर की तुलना में अधिक खतरे में हैं, सोरेन ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘‘वह दूसरों को भी अपने जैसा ही समझती है’’। सोरेन ने पूर्वोत्तर राज्य में हिंसा के पीछे भाजपा का हाथ होने का आरोप लगाया।
सोरेन ने कहा, ‘‘ मणिपुर जल रहा है। वे मणिपुर पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं? वे अन्य जगहों पर विभाजन पैदा करने में व्यस्त हैं। उन्हें यह भी नहीं पता कि उनके डबल इंजन वाले राज्य में क्या हो रहा है। उनके शासन में उस राज्य में उथल-पुथल है। उनकी डबल इंजन वाली सरकार ने क्या हासिल किया है? विभाजन और हिंसा के अलावा कुछ नहीं।’’
समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर उन्होंने कहा कि झारखंड को इसकी जरूरत नहीं है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा आदिवासियों को इसके दायरे से बाहर क्यों रख रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ यहां समान नागरिक संहिता की कोई जरूरत नहीं है...हमारे पास आदिवासियों की सुरक्षा के लिए कड़े प्रावधान हैं...वे समान नागरिक संहिता और एनआरसी जैसे मुद्दों पर बात करते हैं लेकिन आम लोगों की वास्तविक चिंताओं को दूर करने में विफल रहते हैं।’’
झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 13 नवंबर और 20 नवंबर को दो चरणों में होगा।
भाषा शोभना गोला