सैमसन और स्पिनरों ने भारत को दक्षिण अफ्रीका पर 61 रन की जीत दिलाई
सुधीर
- 09 Nov 2024, 12:18 AM
- Updated: 12:18 AM
डरबन, आठ नवंबर (भाषा) सलामी बल्लेबाज संजू सैमसन के लगातार दूसरे शतक के बाद वरूण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई के फिरकी के जादू से भारत ने पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को 61 रन से हराकर चार मैच की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बनाई।
भारत के 203 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम चक्रवर्ती (25 रन पर तीन विकेट) और बिश्नोई (28 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने 17.5 ओवर में 141 रन पर सिमट गई। तेज गेंदबाज आवेश खान ने भी 28 रन देकर दो विकेट चटकाए।
भारत की टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत की यह लगातार 11वीं जीत है।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से हेनरिक क्लासेन (25), गेराल्ड कोएट्जी (23) और सलामी बल्लेबाज रयान रिकल्टन (21) ही 20 रन के आंकड़े को पार कर पाए।
लगातार दो टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ने वाले भारत के पहले और दुनिया के सिर्फ चौथे बल्लेबाज बने सैमसन ने 50 गेंद में 10 छक्के और सात चौके से 107 रन की अपनी पारी खेली जिससे मेहमान टीम ने आठ विकेट पर 202 रन बनाए। सैमसन ने कप्तान सूर्यकुमार यादव (21) के साथ दूसरे विकेट के लिए 66 और तिलक वर्मा (33) के साथ तीसरे विकेट के लिए 77 रन की साझेदारी की।
सैमसन से पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार दो शतक जड़ने का कारनामा फ्रांस के गुस्ताव मैकियोन, इंग्लैंड के फिल सॉल्ट और दक्षिण अफ्रीका के रिली रोसेयु कर चुके हैं।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से कोएट्जी सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 37 रन देकर तीन विकेट चटकाए। मार्को यानसेन ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 24 रन देकर एक विकेट चटकाया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरे दक्षिण अफ्रीका ने पहले ओवर में ही कप्तान एडेन मारक्रम (08) का विकेट गंवा दिया जिन्होंने अर्शदीप सिंह पर लगातार दो चौके जड़ने के बाद विकेटकीपर सैमसन को कैच थमाया।
सलामी बल्लेबाज रिकल्टन ने आवेश पर लगातार दो चौके मारे।
ट्रिस्टन स्टब्स (11) ने अर्शदीप पर पारी का पहला छक्का जड़ा लेकिन आवेश की गेंद पर सूर्यकुमार को कैच दे बैठे।
रिकल्टन ने आवेश की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा लेकिन चक्रवर्ती की गेंद पर बाउंड्री पर तिलक वर्मा के हाथों लपके गए। टीम ने पावर प्ले में तीन विकेट पर 49 रन बनाए।
क्लासेन और डेविड मिलर (18) ने पारी को संभालने की कोशिश की लेकिन चक्रवर्ती और बिश्नोई ने सटीक गेंदबाजी के सामने रन गति में इजाफा करने में नाकाम रहे।
चक्रवर्ती ने इन दोनों बल्लेबाजों को तीन गेंद के भीतर आउट करके दक्षिण अफ्रीका की संभावनाओं को बड़ा झटका दिया।
बिश्नोई ने भी एक ही ओवर में पैट्रिक क्रूगर (01) और एंडिले सिमेलेन (06) को आउट किया जिससे दक्षिण अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 86 रन से सात विकेट पर 93 रन हो गया।
दक्षिण अफ्रीका के रनों का शतक 14वें ओवर में पूरा हुआ।
कोएट्जी और यानसेन (12) ने अगले ओवर में बिश्नोई पर छक्के मारे लेकिन यानसेन इसी ओवर में हार्दिक को आसान कैच दे बैठे।
दक्षिण अफ्रीका को अंतिम पांच ओवर में 89 रन की दरकार थी और टीम इस स्कोर के आसपास भी नहीं पहुंच सकी।
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और अभिषेक शर्मा सिर्फ सात रन बनाकर कोएट्जी की गेंद पर कप्तान एडेन मारक्रम को कैच दे बैठे।
सैमसन और सूर्यकुमार ने पारी को संवारा। सैमसन ने मारक्रम पर चौके जड़ने के बाद केशव महाराज की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा और फिर यानसेन के ओवर में भी ऐसा किया।
सूर्यकुमार ने भी आते ही कोएट्जी पर चौका और छक्का जड़ा जबकि सैमसन ने भी इस तेज गेंदबाज पर छक्के के साथ छठे ओवर में भारत के रनों का अर्धशतक पूरा किया।
भारत ने पावर प्ले में एक विकेट पर 56 रन बनाए।
सैमसन ने स्पिनर नकाबायोमजी पीटर पर लगातार दो छक्कों के साथ 27 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।
सूर्यकुमार हालांकि पैट्रिक क्रूगर की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में पदार्पण कर रहे एंडिले सिमेलेन को कैच दे बैठे।
सैमसन ने महाराज पर छक्के के साथ 11वें ओवर में भारत का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।
सैमसन ने 13वें ओवर में सिमेलेन की लगातार गेंदों पर दो चौके और एक छक्का मारा जबकि तिलक वर्मा ने भी अगले ओवर में क्रूगर की लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ टीम के 150 रन पूरे किए।
सैमसन ने क्रूगर पर छक्के और फिर महाराज की गेंद पर एक रन के साथ 47 गेंद में शतक पूरा किया।
वर्मा हालांकि महाराज के इसी ओवर में गेंद को हवा में लहराकर यानसेन को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 18 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और दो छक्के मारे।
सैमसन ने पीटर पर एक और छक्का मारा लेकिन अगली गेंद पर इस शॉट को दोहराने की कोशिश में बाउंड्री पर स्टब्स को कैच दे बैठे।
पंड्या ने भी दो रन बनाने के बाद कोएट्जी की गेंद पर यानसेन को कैच थमाया।
रिंकू सिंह (11) कोएट्जी का तीसरा शिकार बने जबकि यानसेन ने अक्षर पटेल (07) की पारी का अंत किया।
भारतीय टीम अंतिम छह ओवर में 40 रन ही बना सकी।
भाषा