किश्तवाड़ में आतंकवादियों ने दो वीडीजी की हत्या की, उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री ने घटना की निंदा की
सुरभि
- 08 Nov 2024, 08:46 AM
- Updated: 08:46 AM
जम्मू, आठ नवंबर (भाषा) जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के ऊपरी इलाकों में बृहस्पतिवार को आतंकवादियों ने दो ग्राम रक्षा गार्ड (वीडीजी) को अगवा करने के बाद उनकी हत्या कर दी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
‘सनातन धर्म सभा’ संगठन ने इन हत्याओं के विरोध में शुक्रवार को किश्तवाड़ में पूर्ण बंद का आह्वान किया है।
हत्या की इस घटना के बाद पुलिस और सेना ने घने जंगल वाले इलाके में व्यापक संयुक्त तलाश अभियान शुरू किया है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने इस घटना की निंदा की है।
पुलिस की प्रवक्ता ने बताया, ‘‘प्राप्त सूचना के अनुसार, ओहली कुंतवाड़ा निवासी वीडीजी के दो सदस्य नजीर अहमद और कुलदीप कुमार अपने मवेशियों को चराते समय ऊपरी इलाकों में लापता हो गए।’’
उन्होंने बताया, ‘‘बाद में उनके शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने लगीं और परिवार के सदस्यों ने उनकी पहचान की पुष्टि की।’’
उन्होंने बताया, ‘‘इस संबंध में पुलिस और सेना संयुक्त तलाशी अभियान चला रही है।’’
अधिकारियों ने बताया कि ओहली-कुंतवाड़ा निवासी नजीर अहमद और कुलदीप कुमार बृहस्पतिवार सुबह अधवारी क्षेत्र के मुंजला धार जंगल में अपने मवेशियों को चराने गए थे, लेकिन वे वापस नहीं लौटे।
उन्होंने बताया कि आतंकवादियों द्वारा उनका अपहरण कर उनकी हत्या किए जाने की खबरों के बीच पुलिस दल उन्हें खोजने निकले।
कुमार के भाई पृथ्वी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हमें सूचना मिली है कि मेरे भाई और अहमद को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया है और उनकी हत्या कर दी है। वे वीडीजी थे और हमेशा की तरह मवेशी चराने गए थे।’’
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर तलाश अभियान जारी है लेकिन अब तक शव बरामद नहीं हुए हैं।
पृथ्वी ने कहा कि उनके पिता अमर चंद की एक सप्ताह पहले मौत हो गई थी और ऐसे में उनके भाई के बारे में ऐसी खबर मिलना परिवार के लिए एक और बड़ा सदमा है।
नाम न बताने की शर्त पर एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि गांव वालों को इस घटना के बारे में तब पता चला, जब आतंकवादियों ने हत्या की तस्वीरें मृतकों के फोन से साझा कीं।
पाकिस्तान से संचालित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी संगठन से जुड़े ‘कश्मीर टाइगर्स’ ने इन हत्याओं की जिम्मेदारी ली है। उसने कुछ तस्वीरें साझा कीं जिनमें दोनों वीडीजी के शवों की आंखों पर पट्टी बंधी है।
‘सनातन धर्म सभा’ संगठन ने कहा, ‘‘किश्तवाड़ के कुंतवाड़ा में दो वीडीजी सदस्यों की नृशंस हत्या के विरोध में पूरे किश्तवाड़ में पूर्ण बंद रहेगा। किसी भी वाहन को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं होगी। व्यापारिक प्रतिष्ठान एवं कार्यालयों को बंद रखने की अपील की गई है।’’
संगठन ने कहा कि किश्तवाड़ की आम जनता से अनुरोध है कि वे बंद का पूर्ण समर्थन करें तथा अपने सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, शैक्षणिक संस्थान और दुकानें बंद रखें।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीडीजी सदस्यों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और सभी आतंकवादी संगठनों को नष्ट करने तथा इस बर्बर कृत्य का बदला लेने के लिए सरकार के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, ‘‘वीडीजी सदस्यों पर हुए जघन्य आतंकवादी हमले की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है।’’
सिन्हा ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं इस कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए वीर सपूतों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। हम सभी आतंकी संगठनों को नष्ट करने और इस बर्बर कृत्य का बदला लेने के लिए दृढ़ संकल्प हैं।’’
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने भी इस घटना की निंदा की।
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस ने ‘एक्स’ पर लिखा कि पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ने जघन्य हत्याओं की निंदा करते हुए कहा कि ‘‘बर्बर हिंसा के ऐसे कृत्य जम्मू कश्मीर में दीर्घकालिक शांति स्थापित करने में एक बड़ी बाधा बने हुए हैं।’’
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता, पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की सुप्रीमो महबूबा मुफ्ती और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष रविन्द्र शर्मा ने भी हत्याओं की निंदा की।
राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, डोडा और कठुआ सहित जम्मू क्षेत्र के कई अन्य जिलों के साथ-साथ किश्तवाड़ में इस वर्ष आतंकवादी हमलों में वृद्धि हुई है। सुरक्षा एजेंसियां इसके लिए शांतिपूर्ण क्षेत्र में सीमा पार आतंकवादियों द्वारा आतंकवादी गतिविधियों को फिर से शुरू करने के प्रयास को जिम्मेदार ठहरा रही हैं।
भाषा