मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड प्रवासियों के लिए प्रदेश में परिषद के गठन की घोषणा की
दीप्ति खारी
- 07 Nov 2024, 11:15 PM
- Updated: 11:15 PM
देहरादून, सात नवंबर (भाषा) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि प्रवासी उत्तराखंडियों के लिए प्रदेश में प्रवासी परिषद का गठन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा यहां दून विश्वविद्यालय में आयोजित ‘प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन’ में की।
प्रवासियों के उत्तराखंड से गहरे भावनात्मक जुड़ाव का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए एक परिषद का गठन किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले तीन वर्षों में देश के अनेक राज्यों में पर्वतीय समाज के लोगों से मिलने के दौरान मैंने महसूस किया कि हमारे प्रवासियों के भीतर बसा उत्तराखंड सदैव उनके साथ रहता है। उन्होंने उत्तराखंड की भाषा, संस्कृति और संस्कारों को कभी नहीं छोड़ा।’’
इस सम्मेलन को सभी को प्रदेश की मिट्टी से पुनः जोड़ने का एक प्रयास बताते हुए धामी ने कहा कि यह ऐसा समागम है जहां सभी प्रवासी भाई-बहनों को न सिर्फ राज्य के अधिकारियों के साथ संवाद करने का, बल्कि उन्हें विभिन्न राज्यों में निवासरत अन्य उत्तराखंडी प्रवासियों से भी मिलने का मौका मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रवासी उत्तराखंडियों की समस्याओं का समाधान करने तथा उन्हें राज्य से संबंधित सभी प्रकार की सूचना प्रदान करने के लिए एक वेबसाइट भी बनाई जा रही है।
शिक्षा, अनुसंधान, नौकरशाही, फिल्म निर्माण, उद्योग, व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान बनाने वाले प्रवासी उत्तराखंडियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान तथा उनके पूर्ववर्ती एवं देश के प्रथम प्रमुख रक्षा अध्यक्ष दिवंगत विपिन रावत का नाम लिया जिन्होंने महान उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद अपनी जड़ों से नाता नहीं तोड़ा ।
उन्होंने कहा कि प्रवासी सम्मेलन में आए सुझावों और विचारों के आधार पर विशिष्ट नीतियां बनाकर उन पर कार्य किया जाएगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आज होने वाले मंथन से निकलने वाला अमृत उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने में सहायक सिद्ध होगा।
इस मौके पर धामी ने उत्तराखंड रजत जयंती वर्ष का ‘लोगो’(प्रतीक चिह्न) भी जारी किया।
भाषा दीप्ति