‘क्रॉसवर्ड बुक जूरी अवार्ड्स’ के लिए पांच श्रेणियों में 25 कृतियां छांटी गयीं
शोभना माधव
- 07 Nov 2024, 06:04 PM
- Updated: 06:04 PM
नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) ‘क्रॉसवर्ड बुक जूरी अवार्ड्स’ ने कथा साहित्य, गैर कथासाहित्य, व्यापार और प्रबंधन, बच्चों की किताब और अनुवाद श्रेणी में ‘छांटी गयी (शॉर्टलिस्ट)’ पुस्तकों की एक सूची जारी की है।
प्रत्येक श्रेणी में निर्णय अलग-अलग निर्णायक मंडल द्वारा किया जा रहा है। कथा साहित्य के लिए निर्णायक मंडल में मंजुला नारायण, प्रयाग अकबर और सोमक घोषाल शामिल हैं।
गैर कथासाहित्य के लिए निर्णायक मंडल में टीसीए राघवन, अनुराधा सेनगुप्ता और कावेरी बामजई शामिल हैं। अनुवाद के लिए निर्णायक मंडल में अर्शिया सत्तार, नंदिनी नायर और मालाश्री लाल शामिल हैं। बच्चों की पुस्तक की श्रेणी में निर्णायक मंडल में पारो आनंद, पार्वती शर्मा और बुलबुल शर्मा शामिल हैं। व्यापार और प्रबंधन के लिए निर्णायक मंडल में खोजम मर्चेंट, शैली चोपड़ा और श्रीराम शामिल हैं।
कथा साहित्य की सूची में वृंदा चारी की ‘द ईस्ट इंडियन’, देविका रेगे की ‘क्वार्टरलाइफ’, सहारू नुसैबा कन्ननरी की ‘‘क्रॉनिकल ऑफ एन ऑवर एंड ए हाफ’’, ओमैर अहमद की ‘टॉल टेल्स बाय ए स्मॉल डॉग’ और नमिता गोखले की ‘नेवर नेवर लैंड’ शामिल हैं।
सुधा भारद्वाज की ‘फ्रॉम फांसी यार्ड: माई ईयर विद द वूमेन ऑफ यरवदा’, सोहिनी चट्टोपाध्याय की ‘द डे आई बिकेम ए रनर: ए वूमेन हिस्ट्री ऑफ इंडिया थ्रू द लेंस ऑफ स्पोर्ट’, ज़ेयाद मसरूर खान की ‘‘सिटी ऑन फायर: ए बॉयहुड इन अलीगढ़’, यामिनी नारायणन की ‘मदर काऊ, मदर इंडिया: ए मल्टीस्पेसीज पॉलिटिक्स ऑफ डेयरी इन इंडिया’ और आरती कुमार-राव की ‘मार्जिनलैंड्स: इंडियन लैंडस्केप्स ऑन द ब्रिंक’ को गैर कथा सहात्य श्रेणी में शॉर्टलिस्ट किया गया है।
‘क्रॉसवर्ड बुकस्टोर्स’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आकाश गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘ चुनी गई पुस्तकें भारतीय साहित्यिक उपलब्धियों के शिखर का प्रतिनिधित्व करती हैं और हमारे साहित्यिक परिदृश्य को समृद्ध करने वाली आवाजों और दृष्टिकोणों की अविश्वसनीय विविधता को प्रदर्शित करती हैं। हम इन प्रतिभाशाली लेखकों और साहित्य की दुनिया में उनके उल्लेखनीय योगदान का जश्न मनाने में सम्मानित महसूस कर रहे हैं।’’
पुरस्कारों की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी और प्रत्येक श्रेणी में विजेता लेखकों को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
भाषा शोभना