ट्रंप ने ऐतिहासिक वापसी की, चार साल के अंतराल के बाद राष्ट्रपति चुनाव जीता
प्रीति जोहेब
- 07 Nov 2024, 12:52 AM
- Updated: 12:52 AM
(मानस प्रतिम भुइयां)
वाशिंगटन, छह नवंबर (भाषा) डोनाल्ड ट्रंप बुधवार को एक बार फिर अमेरिका के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए। उनकी जीत को अमेरिकी इतिहास में किसी नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी करार दिया जा रहा है।
व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी से जुड़े 34 आरोपों में दोषी करार दिए गए और एक पोर्न स्टार को मुंह बंद रखने के एवज में पैसे देने के मामले में फैसले का इंतजार कर रहे ट्रंप एक कड़े मुकाबले में प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक की उम्मीदवार कमला हैरिस को मात देने में कामयाब रहे।
ट्रंप चार साल के अंतराल के बाद एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए। वह 2020 में व्हाइट हाउस की दौड़ में हार गए थे, जिसके बाद उनके समर्थकों ने अमेरिकी कैपिटल (संसद परिसर) में तोड़फोड़ और आगजनी की थी।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ की ओर से बुधवार देर रात उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार, ट्रंप और हैरिस को क्रमश: 292 और 224 निर्वाचक मंडल वोट हासिल हो चुके हैं।
ट्रंप (78) अमेरिकी इतिहास में देश के राष्ट्रपति चुने जाने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति हैं। उन्होंने विस्कोन्सिन में जीत के साथ राष्ट्रपति चुनाव में विजयी घोषित किए जाने के लिए जरूरी 270 निर्वाचक मंडल वोट हासिल कर लिए।
फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में समर्थकों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत का ऐलान किया और जनादेश को ‘अभूतपूर्व एवं शक्तिशाली’ करार दिया।
ट्रंप ने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी हत्या की दो नाकाम कोशिशों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘कई लोगों ने मुझसे कहा कि भगवान ने एक खास कारण से मेरी जान बख्शी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह अमेरिका के लिए वाकई स्वर्णिम युग होगा। यह शानदार जीत है, जो हमें अमेरिका को फिर से महान बनाने में मदद करेगी।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘यह अमेरिका के लोगों के लिए एक शानदार जीत है। यह एक ऐसा आंदोलन था, जिसे पहले कभी किसी ने नहीं देखा था, और सच कहूं तो मेरा मानना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा राजनीतिक आंदोलन था। इस देश में, और शायद इसके बाहर भी कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘और अब यह एक नये स्तर पर पहुंचने जा रहा है, क्योंकि हम उबरने में अपने देश की मदद करेंगे। हम ऐसे देश में रहते हैं, जिसे मदद की जरूरत है और बहुत ज्यादा मदद की जरूरत है। हम अपनी सीमाओं को दुरुस्त करने जा रहे हैं, हम अपने देश के बारे में सब कुछ ठीक करने जा रहे हैं।’’
मतगणना के शुरुआती रुझानों से ट्रंप की जीत के संकेत मिलने के साथ ही ट्रंप के लिए बधाई संदेशों का तांता लग गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, ब्रिटिश प्रधानमंत्री केयर स्टॉर्मर और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने ट्रंप को ‘‘व्हाइट हाउस में ऐतिहासिक वापसी’’ की बधाई दी।
अमेरिका में ट्रंप पूर्व राष्ट्रपति ग्रोवर क्लेवलैंड (1885-1889 और 1893-1897) के बाद दूसरे ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने चार साल के अंतराल के बाद व्हाइट हाउस में वापसी की है। इससे पहले, उन्होंने जनवरी 2017 से जनवरी 2021 तक राष्ट्रपति के रूप में सेवाएं दी थीं।
ट्रंप ने कहा, ‘‘हमने आज रात एक कारण से इतिहास रचा। हमने उन बाधाओं को पार कर दिखाया, जिन्हें पार करना लोग नामुमकिन समझ रहे थे। और अब यह स्पष्ट है कि हमने सबसे अविश्वसनीय राजनीतिक उपलब्धि हासिल की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अमेरिका का 45वां राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अब 47वां राष्ट्रपति चुने जाने के अत्यधिक सम्मान के लिए अमेरिकी जनता का शुक्रिया अदा करता हूं। मैं आपके लिए, आपके परिवार के लिए और आपके भविष्य के लिए लड़ूंगा।’’
ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं आपके लिए हर एक दिन अपनी हर एक सांस के साथ लड़ूंगा। मैं तब तक आराम नहीं करूंगा, जब तक कि हम एक मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध अमेरिका नहीं बना लेते, जिसके हमारे बच्चे और आप हकदार हैं। यह वास्तव में अमेरिका का स्वर्णिम युग होगा।’’
उन्होंने ‘विलेज पीपल’ बैंड के लोकप्रिय गीत ‘वाईएमसीए’ पर थिरकते हुए अपना भाषण समाप्त किया।
ट्रंप की जीत को इसलिए ऐतिहासिक और अभूतपूर्व करार दिया जा रहा है, क्योंकि 2020 में जो बाइडन के हाथों उनकी हार को उनके राजनीतिक करियर का अंत माना जा रहा था।
ट्रंप ने चुनावी नतीजों को अस्वीकार कर दिया था और यहां तक कि अपने समर्थकों से परोक्ष रूप से अमेरिकी कैपिटल की ओर कूच करने का आह्वान किया था, जिन्होंने संसद परिसर में हिंसा, तोड़फोन और आगजनी की थी। उन्होंने चुनावी नतीजों को अदालतों में भी चुनौती दी थी।
एक ग्रांड जूरी ने ट्रंप को व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी से जुड़े 34 आरोपों में दोषी करार दिया था। उस समय कमला हैरिस की चुनाव प्रचार टीम ने कहा था कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, जबकि ट्रंप ने फैसले को ‘अराजक’ राजनीतिक प्रणाली का परिणाम बताया था।
ट्रंप धोखाधड़ी के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद व्हाइट हाउस की दौड़ के लिए नामांकन हासिल करने वाले पहले व्यक्ति बने।
उन्होंने पेनसिल्वेनिया, जॉर्जिया, नॉर्थ कैरोलाइना और विस्कॉन्सिन और मिशिगन में जीत हासिल कर ली है, जबकि एरिजोना, और नेवादा जैसे ‘स्विंग स्टेट’ में वोटों की गिनती जारी है। ‘स्विंग स्टेट’ वे राज्य होते हैं, जिनके मतदाता न तो पारंपरिक रूप से रिपब्लिकन पार्टी को और न ही डेमोक्रेटिक पार्टी को वोट देते।
इससे पहले, मतगणना में ट्रंप की जीत के स्पष्ट संकेत मिलने के बाद हैरिस ने हॉवर्ड विश्वविद्यालय में प्रस्तावित चुनावी पार्टी रद्द कर दी।
नतीजे हैरिस के लिए बेहद निराशाजनक हैं। निवर्तमान राष्ट्रपति बाइडन के जुलाई में व्हाइट हाउस की दौड़ से पीछे हटने के बाद हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल की थी। वह अमेरिका में किसी प्रमुख पार्टी द्वारा राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार घोषित की जाने वाली पहली अश्वेत महिला बनी थीं।
भाषा
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