उप्र : ट्रक और ऑटो रिक्शा की टक्कर में 11 लोगों की मौत, मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान
सं.जफर सलीम नोमान
- 06 Nov 2024, 09:14 PM
- Updated: 09:14 PM
हरदोई, छह नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में बुधवार को एक ट्रक और ऑटोरिक्शा की भीषण टक्कर में मरने वालों की संख्या 11 हो गयी जबकि हादसे में गंभीर रूप से जख्मी तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं।
पुलिस ने बताया कि अस्पताल में भर्ती एक महिला की इलाज के दौरान शाम को मौत हो गयी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्तियों को 50-50 हजार रुपये की सहायता तत्काल वितरित करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं ।
इससे पहले पुलिस अधीक्षक (एसपी) नीरज जादौन ने बताया कि आज सुबह हरदोई के बिलग्राम थाना क्षेत्र में बिलग्राम-माधवगंज मार्ग पर रोशनपुर गांव के पास एक मोड़ पर एक ट्रक ने ऑटोरिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी। इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गयी है। मृतकों में छह महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।
उन्होंने बताया था कि हादसे में चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी जादौन ने बताया कि घायल चार लोगों में से एक महिला निर्मला (40) की शाम को इलाज के दौरान मौत हो गयी । इस तरह मरने वालों की संख्या 11 हो गयी।
जादौन ने बताया कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, ऑटो में 15 यात्री सवार थे। ऑटो दुर्घटना में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
पुलिस द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूची के मुताबिक, मृतकों की पहचान माधुरी (25), सुनीता (28), सत्यम कुशवाह (12) , अंशी (आठ) , राधा (21) , रोशनी (36) , नीलम (30), विमलेश (20), प्रांशु (एक वर्ष), वंशिका (दो) और निर्मला (40)के रूप में हुई है ।
एक पुलिस अधिकारी ने पहले मृतकों में से एक का नाम गौकरण (11) बताया था, लेकिन बाद में प्रेस विज्ञप्ति में इस नाम का उल्लेख नहीं किया गया बल्कि इसके स्थान पर वंशिका का नाम है जबकि अंशी (शुरुआत में आशी बताई गई) की उम्र 16 नहीं बल्कि आठ वर्ष है।
तीन घायल अब भी अस्पताल में भर्ती हैं। दुर्घटना के सटीक कारणों का पता अभी नहीं चल पाया है, लेकिन एसपी ने कहा, "स्थानीय पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो पता चला कि डीसीएम ट्रक ने मोटरसाइकिल को बचाने के प्रयास में ऑटो को टक्कर मार दी। हम मामले की जांच कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद पहली प्राथमिकता घायलों को समय पर और उचित उपचार दिलाना था ताकि जान बचाई जा सके और उसके बाद उनके परिजनों को सूचित किया जा सके।
ऑटो में अधिक संख्या में सवारियां बैठे होने के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि पुलिस ऑटो चालक की तलाश कर रही है जो दुर्घटना के बाद से फरार है।
उन्होंने कहा, "ऑटो हमारे कब्जे में है, लेकिन उसके चालक का अभी पता नहीं चल सका है । जांच के बाद ऑटो चालक के खिलाफ उचित और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
इस बीच, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस घटना पर दुख जताते हुए अधिकारियों को घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश दिये हैं।
शाम में जारी एक बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों को 50-50 हजार रुपये की सहायता तत्काल वितरित करने के निर्देश जिला प्रशासन को दिये हैं ।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए इसे "बेहद दुखद और दर्दनाक" बताया।
स्वास्थ्य मंत्री पाठक ने कहा कि सरकार ने अधिकारियों को घायलों का उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने भी शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पार्टी ने कहा,"सरकार से अनुरोध है कि घायलों के लिए तत्काल मुफ्त इलाज और मृतकों के लिए पर्याप्त मुआवजे की व्यवस्था की जाए।"
भाषा सं.जफर सलीम