पति के विकास कार्यों के आधार पर अमृता को उम्मीद गिद्दरबाहा सीट बरकरार रखेगी कांग्रेस
रंजन रंजन नरेश
- 05 Nov 2024, 04:18 PM
- Updated: 04:18 PM
गिद्दरबाहा, पांच नवंबर (भाषा) पंजाब में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में गिद्दरबाहा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमृता वडिंग अपना चुनाव प्रचार अभियान अपने पति और लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के विधायक रहने के दौरान क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों पर केंद्रित कर रही हैं। अमृता पहली बार इस क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हैं ।
अमृता ने बादल परिवार और शिरोमणि अकाली दल को दशकों तक सत्ता में रहने के बावजूद विधानसभा क्षेत्र के लिए ‘कुछ नहीं करने’ के लिये दोषी ठहराया है।
गिद्दरबाहा को कभी अकालियों का गढ़ माना जाता था, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस सीट से लगातार पांच बार - 1969, 1972, 1977, 1980 और 1985 में जीत कर विधानसभा पहुंचे थे । इसके बाद उनके भतीजे मनप्रीत बादल 1995, 1997, 2002 और 2007 में शिअद उम्मीदवार के तौर पर यहां से चुनाव जीते।
अमृता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे गिद्दरबाहा निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। हमने जो भी वादे किए थे, उन्हें पूरा करने की कोशिश की और हमने वह भी करने की कोशिश की जिसका वादा नहीं किया गया था।’’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हम 13 साल से अधिक समय से गिद्दरबाहा में काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि वह और उनके परिवार के सदस्य मतदाताओं को याद दिला रहे हैं कि उन्होंने निर्वाचन क्षेत्र के लिए क्या-क्या किया है।
उनके पति अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने इस साल की शुरुआत में लुधियाना से लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद सीट खाली कर दी थी। वह गिद्दरबाहा से तीन बार विधायक रहे हैं और फिलहाल प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं ।
पंजाब में चार विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को उपचुनाव हो रहा है। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था।
अमृता का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार और पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल तथा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों से है।
वडिंग ने 2012, 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में गिद्दरबाहा सीट जीती थी और अमृता ने चुनाव में अपने पति के लिए प्रचार किया था।
अमृता ने कहा कि विधायक के रूप में अमरिंदर ने एक सरकारी कॉलेज स्थापित करने में मदद की, एक शिशु एवं मातृ देखभाल केंद्र बनवाया।
उन्होंने सिविल अस्पताल के उन्न्यन का श्रेय भी अपने पति को दिया, जिसे 2019 में ‘‘कायाकल्प’’ कार्यक्रम में राज्य में उप-जिला अस्पताल श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ घोषित किया गया था।
कांग्रेस उम्मीदवार ने यह भी कहा कि उनके पति के कार्यकाल के दौरान गांवों में सामुदायिक केंद्र, व्यायामशाला, पानी की पाइपलाइन और पार्क स्थापित किए गए थे।
इसके अलावा अमृता ने अपने पति द्वारा किये गये अन्य कार्यों का भी उल्लेख किया ।
मनप्रीत बादल, जो 2012 में गिद्दरबाहा सीट पर अमरिंदर से हार गए थे, उन्होंने अपनी पार्टी पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब का कांग्रेस में विलय कर दिया और 2017 में बठिंडा शहरी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। वह 2023 में भाजपा में शामिल हो गए।
आप उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के पूर्व सहयोगी हैं। वह अगस्त में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।
भाषा रंजन रंजन