सरकारी नौकरी के बदले नकदी घोटाले के पीड़ित शिकायत दर्ज कराएं : मुख्यमंत्री
पारुल रंजन
- 04 Nov 2024, 05:52 PM
- Updated: 05:52 PM
पणजी, चार नवंबर (भाषा) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगे गए लोगों से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सोमवार को अपील की और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
हालांकि, विपक्षी दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) ने मांग की कि सभी मौजूदा भर्तियों को तुरंत निलंबित किया जाए और घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाए।
गोवा पुलिस ने सरकारी नौकरी के बदले नकदी घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। राज्य के विभिन्न पुलिस थानों में कई मामले दर्ज होने के बाद यह घोटाला प्रकाश में आया।
पणजी में संवाददाताओं से मुखातिब सावंत ने पीड़ितों से बिना डरे आगे आने और अपराधियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का आग्रह किया।
उन्होंने भरोसा दिलाया, “किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। हमने मामलों को बहुत गंभीरता से लिया है।”
वहीं, जीएफपी अध्यक्ष और फतोर्दा के विधायक विजय सरदेसाई ने मुख्यमंत्री को सोमवार को एक पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने पिछले विधानसभा सत्र में सरकारी नौकरियों की भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था।
सरदेसाई ने कहा कि चूंकि, लोग अपनी शिकायतें लेकर आगे आए हैं, इसलिए राज्य सरकार को बिना किसी देरी के इस भर्ती घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करना चाहिए।
उन्होंने लिखा, “एसआईटी में गोवा प्रशासन से बाहर के पेशेवर शामिल किए जाने चाहिए, ताकि घोटाले की निष्पक्ष एवं गहन जांच सुनिश्चित की जा सके। घोटाले की तह तक जाने के लिए जांच दल को जरूरी रिकॉर्ड, दस्तावेजों और कर्मियों तक निर्बाध पहुंच उपलब्ध करानी चाहिए।”
सरदेसाई ने सरकारी नौकरी के बदले नकदी घोटाले की एसआईटी जांच पूरी होने तक राज्य में सभी भर्ती प्रक्रियाओं को तुरंत निलंबित करने की मांग की।
उन्होंने राज्य सरकार से 2021 के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) भर्ती घोटाले की जांच करने वाली समिति की सिफारिशों को लागू करने का आग्रह भी किया।
पिछले महीने, पोंडा पुलिस ने पूजा नाइक नाम की एक महिला को लोगों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस समय सावंत ने कहा था कि नौकरी के नाम पर ठगी करने में नाइक की मदद करने वाले दो सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
भाषा पारुल