पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास विभिन्न तोपों का परीक्षण किया: अधिकारी
योगेश पवनेश
- 03 Nov 2024, 05:15 PM
- Updated: 05:15 PM
(सुमीर कौल)
श्रीनगर, तीन नवंबर (भाषा) पाकिस्तान ने चीनी कंपनी द्वारा विकसित एसएच-15 की प्रतिकृति और ट्रक पर लगी 155 एमएम हॉवित्जर तोप समेत विभिन्न तोपखाना प्रणालियों का जम्मू-कश्मीर स्थित नियंत्रण रेखा (एलओसी) के करीब परीक्षण किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा खाड़ी और पश्चिमी यूरोपीय देशों तथा अपने दीर्घकालिक सहयोगी तुर्किये के साथ रक्षा संबंधों को मजबूती प्रदान किये जाने के बीच यह कदम सामने आया है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में एलओसी के पास 155 मिमी तोपों की आवाजाही देखी गई थी। उन्होंने बताया कि इनका निर्माण चीन की सरकार के स्वामित्व रक्षा कंपनी की देखरेख में एक खाड़ी देश के सहयोग से किया गया है।
इन तोपों को एसएच-15 का एक प्रकार माना जाता है जोकि अपनी 'निशाना साधो और भागो' क्षमता के लिए जानी जाती है।
ये तोपें विभिन्न प्रकार के आयुद्ध दाग सकती हैं जिनकी अधिकतम सीमा लगभग 30 किलोमीटर है और इसकी फायरिंग दर छह राउंड प्रति मिनट तक है।
तोपखाना प्रणालियों में जिनका परीक्षण किया जा रहा है उनमें नवीनीकृत एम109 भी शामिल है जिसकी मारक क्षमता 24 किलोमीटर है और यह मात्र 40 सेकंड में छह गोले दाग सकती है। अधिकारियों ने बताया कि शुरू में पश्चिमी यूरोपीय देश से प्राप्त इस तोपखाना प्रणाली के अब उन्नत संस्करण का परीक्षण किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सैन्य संवर्धन में तुर्किये ने योगदान दिया है जिसके तहत तुर्किये की रक्षा कंपनी एफएनएसएस द्वारा निर्मित आधुनिक 105 एमएम तोपें शामिल हैं।
मध्यम वजन वाला टैंक मानक 105 मिमी की तोप से सुसज्जित है जोकि कवच भेदी और उच्च क्षमता के गोले दागने में सक्षम है।
अधिकारियों के अनुसार, चीन नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में भी सहायक रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इस सहायता में सुदृढ़ बंकरों का निर्माण, मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी), लड़ाकू हवाई वाहनों और उन्नत संचार प्रणालियां शामिल हैं।
इस वर्ष की शुरुआत में, चीन के नॉर्थ इंडस्ट्रीज ग्रुप कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनओआरआईएनसीओ) ने पाकिस्तानी सेना को 56 एसएच-15 (155 मिमी कैलिबर वाली) स्व-चालित हॉवित्जर तोपों की दूसरी खेप सौंपी थी।
भाषा योगेश