दिवाली की रात दिल्ली में पीएम2.5 के स्तर में 13 प्रतिशत की वृद्धि : रिपोर्ट
धीरज दिलीप
- 02 Nov 2024, 10:23 PM
- Updated: 10:23 PM
नयी दिल्ली , दो नवंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में पीएम 2.5 का स्तर इस साल दिवाली की आधी रात तक चरम पर पहुंच गया, जो पिछले साल और 2022 में इसी दिन दर्ज स्तर से 13 प्रतिशत अधिक था। हालिया विश्लेषण में यह खुलासा हुआ है।
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (सीएसई) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली की रात नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) का स्तर अधिक था, जो अधिक सघन यातायात का संकेत है।
अनुसंधान संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक, गत वर्षों के विपरीत, दिल्ली में दिवाली की रात पीएम 2.5 का स्तर तेजी से बढ़ा और अगले दिन कम हो गया।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘31 अक्टूबर की मध्यरात्रि तक, पीएम 2.5 का स्तर 603 ग्राम प्रति घन मीटर के उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो 2022 और 2023 में दिवाली की रात के उच्च स्तर से 13 प्रतिशत अधिक है।’’
इस बीच, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल की दिवाली के मुकाबले पीएम 2.5 के स्तर में चार प्रतिशत की कमी आई है।
पीमए2.5 सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करने वाले सूक्ष्म कण होते हैं, जिनका व्यास आम तौर पर 2.5 माइक्रोमीटर या उससे कम होता है और ये स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होते हैं। पीमए2.5 के लिए स्वीकार्य वार्षिक मानक 40 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है।
सीएसई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिवाली से पहले के पांच दिनों में पीएमए 2.5 का स्तर लगातार बढ़ रहा था और 28 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक इसमें 46 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई।
इसमें कहा गया है कि 2024 में दिवाली की रात 12 घंटे (रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक) में पीएमए 2.5 की सांद्रता अक्टूबर 2022 की दिवाली की रात की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस वर्ष पीएमए 2.5 का स्तर दिवाली से पहले की सात रातों में दर्ज औसत रात्रिकालीन प्रदूषण से दोगुना से भी अधिक था।
इसमें कहा गया कि इस वर्ष दिवाली पर पीएमए 2.5 प्रदूषण की अद्वितीय परिपाटी देखने को मिली और ‘‘रात में इसमें अचानक तेजी से वृद्धि होने के बाद अगले दिन यह तेजी से कम हो गया।’’
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘इस बार प्रदूषक का बिखराव गत वर्षों की तुलना में तेजी से हुआ है और धुंध की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई (जो कम से कम लगातार तीन दिनों तक गंभीर स्तर पर बना रहा)। दोपहर तक यह पीएम2.5 का स्तर 97 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर के साथ मध्यम स्तर पर आ गया।’’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘दिवाली के दिन प्रदूषण के देर से बढ़ने और जल्दी खत्म होने के पीछे का कारण शहर में अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल हवाओं की गति और पर्याप्त गर्म वायुमंडलीय परिस्थितियां थीं।’’
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल दिवाली की रात 38 वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों में से नौ ने पीएमए 2.5 सांद्रता को 900 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक दर्ज किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, नेहरू नगर में पीएम2.5 का स्तर सबसे अधिक 994 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर³ दर्ज किया गया। उसके बाद आनंद विहार में 992माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर³, पूसा आईएमडी में 985 µमाइक्रोग्राम प्रति घन मीटर³, वजीरपुर में माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर³ और जेएलएन स्टेडियम में माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर स्तर देखा गया। अन्य प्रभावित इलाकों में ओखला, सीआरआरआई-मथुरा रोड, करणी सिंह स्टेडियम, लोदी रोड, सिरी फोर्ट आदि शामिल हैं।
भाषा धीरज