सबसे कम उम्र में फिडे रेटिंग हासिल करने वाले खिलाड़ी बने तीन साल के अनीश
पंत नमिता
- 01 Nov 2024, 07:46 PM
- Updated: 07:46 PM
कोलकाता, एक नवंबर (भाषा) जहां उनकी उम्र के अधिकतर बच्चे पेप्पा पिग या छोटा भीम जैसे कार्टूनों को देखने या केवल खिलौनों के साथ खेलने में लीन रहते हैं, वहीं अनीश सरकार शतरंज की बिसात पर अपना दिमाग दौड़ाते हैं जिससे शुक्रवार को उन्होंने एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित कर दिया।
उत्तरी कोलकाता में रहने वाले अनीश महज तीन साल, आठ महीने और 19 दिन की उम्र में फिडे रेटिंग हासिल करने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए।
अनीश का जन्म 26 जनवरी 2021 को हुआ था। उन्होंने अक्टूबर में पश्चिम बंगाल राज्य अंडर-नौै ओपन प्रतियोगिता से प्रतिस्पर्धी शतरंज में पदार्पण किया। इस युवा खिलाड़ी ने अपनी पहली प्रतियोगिता में ही प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए संभावित आठ में से 5.5 अंक हासिल किए।
इस बीच उन्होंने दो रेटेड खिलाड़ियों - अरव चटर्जी और अहिलान बैश्य को हराया। वह कुल मिलाकर 24 वें स्थान पर रहे। इस बीच उन्हें भारत के नंबर एक खिलाड़ी और विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी के खिलाफ खेलने का मौका भी मिला।
अनीश को इसके बाद पश्चिम बंगाल राज्य अंडर-13 ओपन में खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने पांच रेटेड खिलाड़ियों का सामना करने की अर्हता पूरी की। इस तरह से उन्हें फिडे रेटिंग में 1555 की प्रारंभिक रेटिंग मिली।
उन्होंने इस तरह भारत के ही तेजस तिवारी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया जिन्होंने पांच साल से कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
अनीश भारत के दूसरे ग्रैंड मास्टर दिब्येंदु बरुआ की अकादमी में शतरंज के गुर सीखते हैं। बरुआ भी उनकी प्रतिभा से काफी प्रभावित हैं।
धानुका धुनसेरी दिब्येंदु बरुआ शतरंज अकादमी के निदेशक बरुआ ने पीटीआई से कहा,‘‘'वह मुझे मित्रभा गुहा (जो 20 साल की उम्र में ग्रैंड मास्टर बने) की याद दिलाते हैं। अनीश में निश्चित रूप से क्षमता है लेकिन उन्हें अभी लंबा रास्ता तय करना है। ’’
शतरंज टूर्नामेंट में अनीश के अधिकतर वीडियो में वह शतरंज की बिसात तक पहुंचने के लिए कुर्सियों के ढेर पर बैठा हुआ दिखाई देता है।
एक वीडियो में वह बरुआ और सूर्य शेखर गांगुली सहित तीन ग्रैंड मास्टर के साथ खेलते हुए दिखता है जिसमें उसके कोच बरुआ कुर्सियों पर संतुलन बनाते हुए उसके गाल पर चुटकी काटते हैं।
बरुआ ने कहा, ‘‘हमने उसे एक विशेष समूह में रखा है, जहां वह सात से आठ घंटे तक प्रशिक्षण लेता है। कभी-कभी वह खेलने के लिए मेरे घर भी आता है, और एक बार जब वह बोर्ड पर बैठ जाता है, तो उठता ही नहीं है।’’
अनीश का जन्म निम्न मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ है तथा उनके माता-पिता का शतरंज से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने एक साल पहले ही यह खेल खेलना शुरू किया। शतरंज में उनकी दिलचस्पी को देखते हुए उनके माता-पिता उन्हें अकादमी में ले गए।
नॉर्वे के विश्व में नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन अनीश के आदर्श खिलाड़ी हैं। बरुआ उन्हें आगामी टाटा स्टील कोलकाता शतरंज प्रतियोगिता में उतारना चाहते हैं। कार्लसन ने भी इस प्रतियोगिता में खेलने की पुष्टि कर दी है।
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