दिलजीत ने ‘दिल-लुमिनाटी इंडिया टूर’ के दूसरे दिन मंच पर मचाई धूम, दर्शकों से बड़े सपने देखने को कहा
जोहेब मनीषा वैभव
- 28 Oct 2024, 02:11 PM
- Updated: 02:11 PM
(तस्वीर सहित)
(राधिका शर्मा)
नयी दिल्ली, 28 अक्टूबर (भाषा) दिलजीत दोसांझ के नयी दिल्ली में आयोजित “दिल-लुमिनाटी इंडिया टूर” के दूसरे शो में प्रशंसकों की जबरदस्त भीड़ उमड़ी और उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए बड़े सपने देखने का संदेश दिया।
गायक दोसांझ ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में दो घंटे के कार्यक्रम में लगभग 40,000 दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने "पंच तारा", "डू यू नो", "गोट", "प्रॉपर पटोला", "हस हस", "लेमनेड", "किन्नी किन्नी", "नैना", "इक कुड़ी", "क्लैश", "लवर", "खुट्टी" और "पटियाला पैग" जैसे गीत प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय राजधानी में उनका लगातार दूसरा बहुप्रतीक्षित संगीत कार्यक्रम शाम 7:44 बजे शुरू हुआ, जिसमें वह सफेद धोती-कुर्ता, पगड़ी और एविएटर चश्मा पहने मंच पर दिखाई दिए।
उन्होंने शो की शुरुआत लोकप्रिय गीत "बॉर्न टू शाइन" से की।
दिलजीत ने दिन के अपने पहले कार्यक्रम के बाद खचाखच भरे स्टेडियम में कहा, "मैं चाहता हूं कि आप सभी बड़े सपने देखें। कृपया जितना संभव हो उतना बड़ा सपना देखें। हम अपने सपनों को पूरा करने के लिए पैदा हुए हैं। बड़े सपने देखो दोस्तो। अगर मैं कर सकता हूं, तो आप भी कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, "मैंने बहुत ज्यादा पढ़ाई नहीं की है, लेकिन अगर मैं लोगों को पंजाबी में बात करने के लिए मजबूर कर सकता हूं, तो आप कुछ भी कर सकते हैं।"
"दिल-लुमिनाटी इंडिया टूर" का आयोजन सारेगामा लाइव और रिपल इफेक्ट स्टूडियो ने किया और जोमैटो लाइव इसके टिकट पार्टनर हैं।
दोसांझ (40) ने प्रशंसकों को सद्भाव का संदेश भी दिया।
उन्होंने कहा, "चाहे कोई श्वेत हो, अश्वेत हो, हिंदू हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो, हम सब एक समान हैं। मैं जहां भी जाता हूं, मैं यही संदेश देता हूं।”
स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर 70 वर्ष से अधिक उम्र तक के प्रशंसक मंच पर दिलजीत का जादू देखने के लिए द्वारका और गुरुग्राम तक से आए थे।
मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी की तैयारी कर रही एक प्रशंसक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, "मैं बचपन से दिलजीत की प्रशंसक रही हूं। वह बहुत बढ़िया गाते हैं। वह देश को गौरवान्वित कर रहे हैं।"
बच्चों समेत कुछ ऐसे भी लोग थे, जिन्होंने अपने पसंदीदा स्टार की तरह धोती-कुर्ता, पगड़ी और एविएटर चश्मा पहन रखा था।
अमरीक सिंह संधू (69) अपनी बेटी और दो पोते-पोतियों के साथ धैर्यपूर्वक मंच पर दोसांझ के आने की प्रतीक्षा करते हुए दिखे।
संधू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, "मैं दिलजीत और उनकी कला का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। वह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। मुझे प्रतीक्षा करने में कोई परेशानी नहीं है। मैं यहां अपने बच्चों के साथ हूं।"
दिलजीत ने शनिवार को नयी दिल्ली में अपने "दिल-लुमिनाटी टूर 2024" के भारतीय चरण की शुरुआत की थी।
इससे पहले वह अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, आयरलैंड, जर्मनी, फ्रांस, इटली और नीदरलैंड जैसे देशों में दुनिया भर के प्रशंसकों का मनोरंजन कर चुके हैं।
वह अब जयपुर, हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पुणे और कोलकाता समेत देश भर के नौ अन्य शहरों की यात्रा करेंगे। उनके भारत दौरे का समापन 29 दिसंबर को गुवाहाटी में होगा।
भाषा जोहेब मनीषा