टीवीके नेता विजय ने पहले भाषण में द्रमुक पर साधा निशाना, नीट के खिलाफ उठाई आवाज
जितेंद्र रंजन
- 27 Oct 2024, 10:35 PM
- Updated: 10:35 PM
विल्लुपुरम (तमिलनाडु), 27 अक्टूबर (भाषा) तमिझागा वेत्री कषगम (टीवीके) नेता और तमिल फिल्मों के अभिनेता विजय ने रविवार को यहां कहा कि देश को धार्मिक आधार पर बांटने वाली ताकतें और भ्रष्ट लोग उनकी पार्टी के दुश्मन हैं।
विजय ने कहा कि उनकी पार्टी धर्मनिरपेक्ष सामाजिक न्याय की विचारधाराओं पर आधारित है और ईवीआर पेरियार व के. कामराज जैसे नेता पार्टी के मार्गदर्शक हैं।
तमिलनाडु की राजनीति में कदम रखने वाले टीवीके के संस्थापक विजय ने द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और उसके प्रथम परिवार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सत्तारूढ़ दल के नेता ‘जनविरोधी सरकार को द्रविड़ मॉडल सरकार’ कह रहे हैं।
द्रविड़ मॉडल सरकार का संदर्भ द्रमुक अध्यक्ष और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बार-बार दोहराए गए बयानों से है। स्टालिन ने कहा था कि द्रमुक शासन का मॉडल समावेशी है, जो तमिल समाज के सभी वर्गों की भलाई सुनिश्चित करता है।
विजय ने टीवीके की शुरुआत की घोषणा के आठ महीने बाद अपने पहले भाषण में कहा कि दिवंगत दिग्गज एमजी रामचंद्रन और एनटी रामाराव को राजनीति में कदम रखने पर महज सिनेमा अभिनेता कहकर उनका मजाक बनाया गया था ‘लेकिन वे संबंधित राज्यों यानी तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के लोगों के दिलों में अब भी बरकरार हैं।’
उन्होंने जिले के विक्रवंडी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, “यहां कुछ लोग राजनीति में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को एक खास रंग में रंग रहे हैं, लोगों को मूर्ख बना रहे हैं लेकिन पीटे पीछे सौदेबाजी में जुटे हैं, चुनाव के दौरान शोर मचाएंगे और हमेशा फासीवाद की बात करेंगे और एकजुट लोगों में बहुसंख्यक-अल्पसंख्यक का डर पैदा करेंगे।”
विजय ने कहा, “आप जनविरोधी सरकार को द्रविड़ मॉडल शासन कह रहे हैं और लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। अपने विरोधियों को खास रंगों में रंगना बंद करें।”
टीवीके का सिद्धांत है कि जन्म से सभी समान हैं।
उन्होंने पूछा, “क्या मुझे यह बताने की जरूरत है कि इसका विरोध कौन कर रहा है।”
विजय ने कहा, “यह विचारधारा का नाटक करेंगे। संस्कृति रक्षक का चोला ओढ़ेंगे। इसका कोई चेहरा नहीं है बल्कि केवल मुखौटा है। मुखौटा ही चेहरा है। भ्रष्ट पाखंडी हमारे बीच हैं और वर्तमान में हम पर शासन कर रहे हैं।”
टीवीके की एक दुश्मन विभाजनकारी ताकतें हैं जबकि ऐसे भ्रष्ट पाखंडी दूसरे दुश्मन हैं।
विजय ने कहा, “विभाजनकारी राजनीति से देश को खराब करने वाले लोग टीवीके के मुख्य वैचारिक दुश्मन हैं। अगला स्वार्थी परिवार द्रविड़ मॉडल (शासन) के नाम पर तमिलनाडु को लूट रहा है, पेरियार व अन्ना के नाम का इस्तेमाल कर रहा है, जो हमारा राजनीतिक दुश्मन है।”
उन्होंने कहा कि टीवीके द्रविड़म और तमिल राष्ट्रवाद को अलग-अलग नहीं मानता।
यह पूछने पर कि जिन लोगों की आलोचना की, उनमें से किसी का नाम क्यों नहीं लिया, विजय ने कहा, “मैंने उनके नाम डर के कारण नहीं छोड़े बल्कि हम यहां लोगों का नाम लेने और उन पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने के लिए नहीं आए हैं।”
उन्होंने कहा, “हम लोगों के समर्थन, सभ्य दृष्टिकोण और वैचारिक तथा राजनीतिक दुश्मनों पर हमले के साथ सभ्य राजनीति को आगे बढ़ाना चाहते हैं।”
विजय ने कहा, “धर्मनिरपेक्ष सामाजिक न्याय की विचारधाराएं हमारी पहचान होंगी। लोकतंत्र, समानता, तर्कसंगत सोच, महिलाओं का सम्मान और नशा मुक्त तमिलनाडु (ध्यान केन्द्रित होगा)। हमारी राजनीतिक यात्रा में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।”
अभिनेता ने अपनी दिवंगत बहन को याद करते हुए कहा कि जिस तरह उसकी मौत ने उन्हें प्रभावित किया था ठीक उसी तरह राज्य के अरियालुर की मेडिकल की छात्रा एस अनिता की कथित आत्महत्या ने भी उनके मन पर गहरा प्रभाव डाला।
अनिता, नीट उत्तीर्ण नहीं कर पाई थीं। उन्होंने मेडिकल प्रवेश परीक्षा की जरूरत पर सवाल उठाया। विजय (50) ने कहा कि उन्होंने लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति में कदम रखा और अपने करियर के शीर्ष पर व अच्छे पैसों का त्याग करते हुए यह निर्णय लिया।
भाषा जितेंद्र