तमिलनाडु : 15 मिनट की भारी बारिश से मदुरै जलमग्न
धीरज नरेश
- 26 Oct 2024, 05:13 PM
- Updated: 05:13 PM
मदुरै (तमिलनाडु), 26 अक्टूबर (भाषा) तमिलनाडु के मदुरै में हुई अप्रत्याशित बारिश, खासकर शुक्रवार शाम को महज 15 मिनट में हुई 4.5 सेमी बारिश के कारण शहर के कई इलाके जलमग्न हो गये।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार मदुरै और उसके आसपास के इलाकों में स्थिति सामान्य करने के लिए युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे बचाव और राहत कार्यों पर करीबी नजर रख रही है।
उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बचाव एवं राहत कार्य चलाने के लिए दो मंत्रियों को तैनात किया है और जिलाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
स्टालिन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, ‘‘आवासीय क्षेत्रों से बारिश का पानी निकालने के लिए पास की नगर पालिकाओं से इंजीनियरों, श्रमिकों और उच्च क्षमता की मोटर मंगाई गई हैं।’’
मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 स्थानों पर चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए हैं और प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को तीन शिविरों में रखा गया है। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर को जिला निगरानी अधिकारी को नियुक्त किया गया जबकि मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन आयुक्त लगातार कार्यों की निगरानी कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के राज्य मुख्यालय ‘अन्ना अरिवालयम’ में संवाददाताओं से बातचीत में स्टालिन ने कहा कि कल रात बारिश का पानी निकाल दिया गया था; मदुरै में आठ जगहों पर घरों में पानी घुस गया। उन्होंने कहा कि एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आज और बारिश की संभावना जताई है।
बारिश का पानी बस्तियों में घुस गया और घुटनों तक पानी भर गया, जिससे निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पारंपरिक जलस्रोत ‘कनमोई’ में दरार की आशंका के बीच लोगों को अपने सामान की सुरक्षा करना मुश्किल हो गया, क्योंकि पानी उनके घरों में भर गया।
मदुरै नगर निगम आयुक्त सी. दिनेश कुमार ने कहा, ‘‘सभी कनमोई सुरक्षित हैं और उनमें लबालब पानी भरा हुआ है, जो वैगई नदी की ओर बह रहा है। अब पानी को बाहर निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।’’
कुमार ने कहा, ‘‘सभी कनमोई और चैनल दुरुस्त हैं और किसी नुकसान की सूचना नहीं है।’’
राज्य के वाणिज्यिक कर मंत्री पी मूर्ति और आईटी मंत्री पलानीवेल त्यागराजन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों को सांत्वना दी।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, 25 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे से सवा तीन बजे तक मदुरै में 4.5 सेमी वर्षा हुई।
त्यागराजन ने कहा, ‘‘कनमोई का निर्माण मूल रूप से कृषि जरूरतों के लिए जल संरक्षण के वास्ते किया गया था और इसे अतिरिक्त जल बहाने के लिए वैगई नदी से जोड़ा गया है।’’
भाषा धीरज