राकांपा नेतृत्व पार्टी विधायक के खिलाफ खरीद-फरोख्त के आरोपों पर चर्चा करेगा : मंत्री शशिंद्रन
गोला नरेश
- 26 Oct 2024, 01:21 PM
- Updated: 01:21 PM
तिरुवनंतपुरम, 26 अक्टूबर (भाषा) केरल के वन मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता ए के शशिंद्रन ने शनिवार को कहा कि पार्टी के विधायक के. के. थॉमस पर लगाए गए खरीद-फरोख्त के आरोपों पर पार्टी नेतृत्व चर्चा करेगा और इसके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कई लोगों ने इन आरोपों की न्यायिक जांच कराने की मांग की है और इस संबंध में फैसला संबंधित लोगों को लेना होगा।
शशिंद्रन ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पी सी चाको कहेंगे तो वह किसी भी वक्त मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं।
वन मंत्री की यह प्रतिक्रिया केरल में मीडिया में उन खबरों पर पैदा विवाद के एक दिन बाद आयी है जिनमें दावा किया गया है कि शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) के एक विधायक ने दो विधायकों को अजित पवार नीत राकांपा में शामिल होने के बदले 50-50 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
अजित पवार नीत राकांपा इस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में है।
खबरों के मुताबिक, एलडीएफ के सहयोगी दल राकांपा के विधायक थॉमस के थॉमस ने वाम विधायकों एंटोनी राजू (जनाधितिपत्य केरल कांग्रेस) और कवूर कुंजुमन (आरएसपी-लेनिनवादी) को पैसे देने की पेशकश की थी।
बहरहाल, कुट्टनाडु से विधायक थॉमस ने उनके खिलाफ मीडिया में लगाए आरोपों से शुक्रवार को इनकार करते हुए इन्हें ‘‘निराधार’’ बताया।
शशिंद्रन ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘थॉमस के. थॉमस हमारी पार्टी के नेता हैं। अब उनके खिलाफ एक आरोप सामने आया है। इस मामले पर पार्टी नेता के साथ चर्चा की जाएगी और मिलकर एक फैसला लिया जाएगा कि इस मुद्दे से कैसे निपटा जाए।’’
उन्होंने बताया कि पार्टी में बिना किसी मतभेद के एक फैसला लिया जाएगा।
ये आरोप थॉमस के पार्टी के सहयोगी शशिंद्रन के स्थान पर पिनरायी विजयन सरकार में कैबिनेट पद हासिल करने की कोशिश के बाद लगाए गए हैं। थॉमस के इस कदम ने राज्य में राकांपा (एसपी) इकाई में विभाजन पैदा कर दिया है और कई सदस्यों ने शशिंद्रन के सरकार में बने रहने का समर्थन किया है।
भाषा गोला