राजस्थान: विधानसभा उपचुनाव के लिए अंतिम दिन 57 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए
कुंज नोमान
- 26 Oct 2024, 12:46 AM
- Updated: 12:46 AM
जयपुर, 25 अक्टूबर (भाषा) राजस्थान के सात विधानसभा क्षेत्रों में 13 नवंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम शुक्रवार को 57 उम्मीदवारों ने अपने पर्चे भरे।
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि पर भाजपा से शांता देवी (सलूंबर), करीलाल ननोमा (चोरासी) और रेवंत राम (खींवसर) तथा कांग्रेस से अमित ओला (झुंझुनू), दीनदयाल बैरवा (दौसा), कस्तूर चंद मीना (देवली-उनियारा), रेशमा मीना (सलूंबर) और महेश रोत (चोरासी) ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।
झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को होंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
उपचुनाव के लिए कुल 94 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं।
नामांकन पत्रों की जांच 28 अक्टूबर को होगी और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर है।
खींवसर सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है, जहां भाजपा, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) ने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।
यह सीट आरएलपी के पास थी, लेकिन इसके संयोजक हनुमान बेनीवाल ने इस साल लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
सलूंबर और चौरासी सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के अलावा भारत आदिवासी पार्टी (बीएपी) भी मैदान में है।
चौरासी सीट बीएपी के पास थी। विधायक राजकुमार रोत के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह खाली हो गई थी।
सलूंबर सीट भाजपा के पास थी और मौजूदा विधायक के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा।
झुंझुनू, रामगढ़, दौसा और देवली-उनियारा सीटों पर कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
राज्य विधानसभा में कुल 200 सीट हैं जिनमें से पांच सीट विधायकों के सांसद बनने के कारण और दो सीट विधायकों के निधन के कारण खाली हुई हैं।
राज्य विधानसभा में इस समय भारतीय जनता पार्टी के 114, कांग्रेस के 65, भारत आदिवासी पार्टी के तीन, बहुजन समाज पार्टी के दो और राष्ट्रीय लोकदल का एक विधायक है। इसके अलावा आठ निर्दलीय विधायक हैं।
भाषा कुंज