रूस के जल्द ही उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती करने के दावे के बीच जेलेंस्की ने संरा महासचिव की यात्रा रद्द की
एपी नेत्रपाल प्रशांत
- 25 Oct 2024, 10:14 PM
- Updated: 10:14 PM
कीव, 25 अक्टूबर (एपी) यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शुक्रवार को दावा किया कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस इस सप्ताह के अंत में यूक्रेन के युद्धक्षेत्र में तैनात कर देगा।
पश्चिमी देशों ने चेतावनी दी है कि इस तरह के घटनाक्रम से लगभग तीन साल से जारी युद्ध को और बढ़ावा मिलेगा तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र तक इसके भू-राजनीतिक परिणाम होंगे।
इस संभावना ने नेताओं को चिंतित कर दिया है और युद्ध को लेकर राजनयिक तनाव गहरा गया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस की कीव की निर्धारित यात्रा रद्द कर दी है।
अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि यह यात्रा इस सप्ताह रूसी शहर कजान में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के बाद होने वाली थी। इस सम्मेलन में गुतारेस भी शामिल हुए थे।
शिखर सम्मेलन में गुतारेस की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हाथ मिलाने की तस्वीर सामने आने पर यूक्रेन में रोष उत्पन्न हो गया।
जेलेंस्की ने टेलीग्राम पर एक पोस्ट में कहा कि यूक्रेनी खुफिया एजेंसियों ने पता लगाया है कि रविवार और सोमवार के बीच रूस द्वारा उत्तर कोरियाई सेना की पहली टुकड़ी का इस्तेमाल युद्ध क्षेत्रों में किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह तैनाती ‘‘रूस द्वारा स्पष्ट रूप से बढ़ाया गया कदम है।’’ जेलेंस्की ने इस बारे में कोई विवरण नहीं दिया कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को कहां भेजा जा सकता है।
इस बीच, यूक्रेन के खुफिया निदेशालय ने कहा कि बुधवार को उत्तर कोरियाई सैनिक कुर्स्क क्षेत्र में दिखाई दिए।
जीयूआर के नाम से जाने जाने वाले यूक्रेन के मुख्य खुफिया निदेशालय ने बृहस्पतिवार देर रात एक बयान में कहा कि सैनिकों ने पूर्वी रूस के ठिकानों पर कई हफ्तों का प्रशिक्षण लिया है और आगामी सर्दियों के लिए वे कपड़ों से सुसज्जित हैं।
ऐसा अनुमान है कि प्योंगयांग द्वारा रूस भेजे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों की संख्या लगभग 12,000 है, जिनमें लगभग 500 अधिकारी और तीन जनरल शामिल हैं।
जीयूआर ने अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया।
यूक्रेन में रूस पूर्वी मोर्चे पर भीषण अभियान चला रहा है, जिससे धीरे-धीरे कीव को मैदान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लेकिन लगभग तीन महीने पहले हुई घुसपैठ के बाद रूस को अपने कुर्स्क सीमा क्षेत्र से यूक्रेनी सेना को बाहर निकालने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
मॉस्को और प्योंगयांग के बीच एक सैन्य समझौते के तहत उत्तर कोरियाई बलों की तैनाती संघर्ष में एक नया आयाम लाएगी, जो द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद यूरोप का सबसे बड़ा युद्ध है और इसमें दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए हैं।
अमेरिका ने इस कदम को बेहद गंभीर बताते हुए बुधवार को कहा कि 3,000 उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस में तैनात किया गया है और वे कई स्थानों पर प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उधर, रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने अपने देश में उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी की न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है।
एपी नेत्रपाल