दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के आठ शूटर गिरफ्तार किये
धीरज अविनाश
- 25 Oct 2024, 09:48 PM
- Updated: 09:48 PM
(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके कम से कम सात कथित शूटर गिरफ्तार कर लिये जो राजस्थान के एक पूर्व विधायक के रिश्तेदार को निशाना बनाने की साजिश रच रहे थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि एक अलग लेकिन संबंधित घटना में, दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गिरोह के एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए।
यह गिरफ्तारी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता और महाराष्ट्र सरकार के पूर्व बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को मुंबई में सनसनीखेज हत्या के कुछ दिन बाद हुई है। बिश्नोई गिरोह ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है।
पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) प्रतीक्षा गोदारा ने बताया कि सातों आरोपियों की पहचान रितेश, सुखराम, साहिल, अमर, बादल, प्रमोद और संदीप के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि हालांकि पुलिस को अभी तक सिद्दीकी की हत्या के मामले में उनके संबंध नहीं मिले हैं, लेकिन आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
गोदारा ने बताया कि शूटर आरजू बिश्नोई के निर्देश पर राजस्थान के गंगानगर निवासी सुनील पहलवान और राजस्थान के एक पूर्व विधायक के रिश्तेदार राज कुमार गौड़ को निशाना बनाने की फिराक में थे। उन्होंने बताया कि आरजू जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और उसके भाई अनमोल बिश्नोई का करीबी है।
उन्होंने बताया कि शूटर ने अपने निशाने की रेकी भी कर ली थी।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) पी. के. कुशवाह ने बताया कि आरोपियों के पास से छह अत्याधुनिक पिस्तौल, 24 कारतूस और एक जीपीएस उपकरण बरामद किया गया है, जिसका इस्तेमाल वे अपने लक्ष्य के वाहन पर लगाकर उस पर नजर रखने के लिए करते थे।
अनमोल बिश्नोई उर्फ भानु के बारे में माना जाता है कि वह कनाडा में रह रहा है और बाबा सिद्दीकी की हत्या में उसका हाथ है।
अभिनेता सलमान खान के मुंबई आवास के बाहर अप्रैल में हुई गोलीबारी की घटना में कथित संलिप्तता के कारण अनमोल राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की नजर में है। एनआईए ने सर्वाधिक वांछित लोगों की सूची में उसे डाला है और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।
गोदारा ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि आरजू भारत में ही है और पुलिस उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है।
कुशवाह ने बताया कि इसी साल फरवरी में इंडियन नेशनल लोकदल नेता नफे सिंह राठी की हत्या में भी इसी प्रकार के जीपीएस उपकरण का इस्तेमाल किया गया था।
उन्होंने कहा कि रितेश 23 अक्टूबर को दक्षिण पूर्वी दिल्ली से गिरफ्तार होने वाले पहले लोगों में से था। उन्होंने बताया कि रितेश से मिली जानकारी के आधार पर राजस्थान में छापेमारी की गई और गंगानगर से सुखराम को गिरफ्तार कर लिया गया।
कुशवाह ने बताया, ‘‘सुखराम ने खुलासा किया कि उसे हत्या को अंजाम देने के लिए अनमोल और आरजू से निर्देश मिल रहे थे। संदेह है कि वे अपने आकाओं के निर्देश पर भविष्य में कुछ और लोगों को निशाना बना सकते थे।’’
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद, दो और शूटर साहिल और अमर को बृहस्पतिवार को पंजाब के अबोहर से गिरफ्तार किया गया। बादल, प्रमोद और संदीप को उसी दिन हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि इस बीच, दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और काला जठेड़ी गिरोह के सदस्य रिजवान अंसारी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार बिश्नोई-जठेड़ी गिरोह के सदस्य रिजवान अंसारी पर 25,000 रुपये का इनाम था। वह शाहबाज अंसारी का करीबी सहयोगी है, जिसे पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में हथियार की आपूर्ति करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने बताया कि रिजवान उत्तर प्रदेश के खुर्जा देहात और बुलंदशहर के कोतवाली में हथियार आपूर्ति के मामले में आरोपी है।
अधिकारी के मुताबिक मामले में प्राथमिकी दर्ज कर प्रकरण की आगे की जांच की जा रही है।
भाषा धीरज