हरविंदर कल्याण सर्वसम्मति से हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष, कृष्ण लाल मिड्ढा उपाध्यक्ष चुने गए
अमित पवनेश
- 25 Oct 2024, 09:15 PM
- Updated: 09:15 PM
(तस्वीरों के साथ)
चंडीगढ़, 25 अक्टूबर (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरविंदर कल्याण और कृष्ण लाल मिड्ढा को शुक्रवार को यहां सर्वसम्मति से हरियाणा विधानसभा का क्रमश: अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुन लिया गया।
सत्रह अक्टूबर को नायब सिंह सैनी सरकार के शपथ ग्रहण के बाद 15वीं विधानसभा का यह पहला सत्र था। नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाने तथा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सदन में कल्याण के नाम का एक प्रस्ताव रखा, जबकि भाजपा विधायक रणबीर गंगवा ने प्रस्ताव का समर्थन किया।
कल्याण करनाल जिले के घरौंडा से तीन बार के विधायक हैं।
मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने जींद से भाजपा विधायक मिड्ढा के नाम का प्रस्ताव रखा और सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक घनश्याम दास ने इसका समर्थन किया, जिसके बाद मिड्ढा को सर्वसम्मति से विधानसभा उपाध्यक्ष चुन लिया गया।
कल्याण (57) पेशे से एक सिविल इंजीनियर हैं, जबकि मिड्ढा (54) के पास आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी में स्नातक की डिग्री है।
कल्याण को विधानसभाध्यक्ष चुने जाने से पहले प्रोटेम स्पीकर एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुवीर सिंह कादियान ने सैनी और 90 सदस्यीय विधानसभा के अन्य नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायी।
विधायकों को शपथ दिलाये जाने के बाद सदन को संबोधित करते हुए सैनी ने कहा कि मौजूदा सरकार विकास की गति को और तेज करने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से जनहित में दिए जाने वाले सुझावों का हमेशा स्वागत है और वे लोगों की उम्मीदों, आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
कल्याण के विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद हुड्डा ने आसन को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अध्यक्ष का यह कर्तव्य है कि विपक्ष को अपनी बात रखने का मौका मिले। हम सहयोग देने के लिए तैयार हैं, हम हमेशा तैयार रहेंगे।’’
इससे पहले विधायकों को शपथ दिलाये जाने से पहले कांग्रेस नेता हुड्डा और बी बी बत्रा ने सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य रघुवीर सिंह कादियान (80) को प्रोटेम स्पीकर की जगह कार्यवाहक स्पीकर कहे जाने पर आपत्ति जतायी। बत्रा ने पूछा, ‘‘किस नियम, किस उपनियम में कार्यवाहक स्पीकर शब्द लिखा है?’’
हुड्डा ने कहा कि वे खुद छह बार विधायक और चार बार सांसद रह चुके हैं, "लेकिन पहली बार मैं प्रोटेम स्पीकर की जगह कार्यवाहक अध्यक्ष शब्द सुन रहा हूं।’’ हुड्डा ने कहा, ‘‘यह आसन का अपमान है, संवैधानिक रूप से यह अनुचित कार्य है... इसे बदला जाना चाहिए।’’
इस पर हस्तक्षेप करते हुए सैनी ने कहा कि कार्यवाहक अध्यक्ष शब्द का इस्तेमाल कांग्रेस के समय भी होता रहा है, जिस पर हुड्डा ने तर्क दिया कि अगर गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया गया था तो उस समय इस पर ध्यान दिलाया जाना चाहिए था।
सैनी ने कहा कि रिकॉर्ड में सुधार किया जाएगा, जिसके बाद कादियान ने कहा, ‘‘सदन की भावना से सहमत हूं।’’
इस बीच, इंद्री से विधायक भाजपा राम कुमार कश्यप विधानसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक होंगे।
प्रोटेम स्पीकर ने सबसे पहले सैनी (54) को शपथ दिलायी। सैनी के बाद, उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों - अंबाला कैंट से सात बार के विधायक अनिल विज, इसराना विधायक कृष्ण लाल पंवार, बादशाहपुर विधायक राव नरबीर सिंह, पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा, फरीदाबाद विधायक विपुल गोयल, गोहाना विधायक अरविंद शर्मा और रादौर विधायक श्याम सिंह राणा को प्रोटेम स्पीकर ने शपथ दिलायी।
शपथ लेने वाले अन्य मंत्रियों में तोशाम विधायक श्रुति चौधरी, अटेली विधायक आरती सिंह राव, तिगांव विधायक राजेश नागर और पलवल विधायक गौरव गौतम शामिल थे।
मंत्रिपरिषद के बाद महिला विधायकों को शपथ दिलायी गई। इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक बिमला चौधरी, कृष्णा गहलावत और शक्ति रानी शर्मा, कांग्रेस की गीता भुक्कल, मंजू चौधरी, पूजा, शकुंतला खटक और ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट और निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल शामिल थीं।
खेल जर्सी पहने फोगाट ने शपथ लेने के बाद 'जय जवान, जय किसान, जय खिलाड़ी, जय नौजवान और जय हरियाणा' कहा।
शपथ ग्रहण करने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने मुख्यमंत्री सैनी और विज (जो दोनों एकसाथ बैठे थे) से हाथ मिलाकर अभिवादन किया।
संस्कृत में शपथ लेने वाले विधायकों में मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और अन्य भाजपा विधायकों जगमोहन आनंद, राम कुमार कश्यप, ओम प्रकाश यादव, घनश्याम दास और लक्ष्मण सिंह यादव शामिल थे।
अंग्रेजी में शपथ लेने वाले विधायकों में भाजपा की श्रुति चौधरी, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अर्जुन चौटाला, कांग्रेस के मंदीप चट्ठा, अकरम खान, आफताब अहमद और बी बी बत्रा शामिल हैं। कांग्रेस के मोहम्मद इलियास ने उर्दू में और कांग्रेस के शीशपाल केहरवाला ने पंजाबी में शपथ ली
पांच अक्टूबर को हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीट जीतकर लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की, जबकि कांग्रेस ने 37 सीट जीतीं। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने दो सीट जीतीं और तीन निर्दलीय भी निर्वाचित हुए।
कल्याण के अध्यक्ष पद संभालने पर मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता सैनी ने कल्याण को बधाई दी और उनके व्यापक अनुभव, विशिष्ट कार्यशैली और विनम्रता जैसे सराहनीय व्यक्तिगत गुणों की प्रशंसा की।
सैनी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि लगातार तीसरी बार जनता का जनादेश हासिल करने वाली भाजपा सरकार ने जनसेवा के प्रति अपनी जिम्मेदारी स्वीकार की है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस सदन का प्रत्येक सदस्य जनसेवा के प्रति समान रूप से प्रतिबद्ध है। उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के सभी सदस्यों के साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
सैनी ने कहा कि 15वीं विधानसभा में 90 सदस्यों में से 40 पहली बार निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने पहली बार चुनकर आए विधायकों को बोलने और चर्चाओं में सार्थक योगदान देने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 14वीं विधानसभा में नौ महिलाएं निर्वाचित हुई थीं और यह गर्व की बात है कि वर्तमान विधानसभा में यह संख्या बढ़कर 13 हो गई है।
सैनी ने मिड्ढा को उपाध्यक्ष चुने जाने पर बधाई दी और कहा कि हरियाणा के इतिहास में पहली बार एक इंजीनियर को अध्यक्ष और एक चिकित्सक को उपाध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने कहा कि यह अनूठा संयोजन राज्य में विकास की गति को और तेज करेगा।
मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि कार्यवाही के सुचारू संचालन के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों को पूरी ईमानदारी से बनाए रखा जाएगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों से सदन के कुशल संचालन को सुनिश्चित करने के लिए एक-दूसरे का सहयोग करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सदन की गरिमा बनाए रखने में प्रत्येक सदस्य का योगदान महत्वपूर्ण है।
भाषा अमित