नवीन बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप शिकायतों पर आधारित: पीपी दिव्या ने अदालत को बताया
संतोष प्रशांत
- 24 Oct 2024, 08:59 PM
- Updated: 08:59 PM
कन्नूर (केरल), 24 अक्टूबर (भाषा) कन्नूर के पूर्व अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) नवीन बाबू को आत्महत्या के लिए उकसाने की आरोपी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की नेता पी.पी. दिव्या ने बृहस्पतिवार को यहां एक अदालत को बताया कि उनके खिलाफ उनकी टिप्पणी भ्रष्टाचार की शिकायतों पर आधारित थी।
दिव्या के वकील ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के.टी. निसार अहमद की अदालत को यह भी बताया कि कन्नूर के जिलाधिकारी ने उन्हें बाबू के विदाई समारोह के बारे में सूचित किया था और पूछा था कि क्या वह वहां होंगी, जिस पर उन्होंने हां में जवाब दिया था।
ये दलीलें दिव्या की अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई के दौरान दी गईं, जिस पर अदालत 29 अक्टूबर को अपना फैसला सुनाएगी।
बाबू के परिवार के वकील ने कहा कि उन्होंने और अभियोजन पक्ष ने दिव्या की जमानत याचिका का विरोध किया जिन्हें एडीएम को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज होने के बाद माकपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटा दिया था।
उन्होंने संवाददाताओं से यह भी कहा कि अभियोजन पक्ष ने अदालत को बताया कि बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार की कोई शिकायत नहीं है।
वकील ने यह भी कहा कि अभियोजन पक्ष ने कन्नूर के जिलाधिकारी का बयान प्रस्तुत किया जिसके अनुसार दिव्या को विदाई समारोह में कभी आमंत्रित नहीं किया गया था। बाबू ने दिव्या से विदाई समारोह में कोई भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाने का अनुरोध किया था।
दिव्या ने आरोप लगाया था कि बाबू कन्नूर जिले में एक पेट्रोल पंप के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) को मंजूरी देने से संबंधित भ्रष्ट आचरण में शामिल थे।
जिलाधिकारी कार्यालय में 14 अक्टूबर को विदाई समारोह में कथित तौर पर बिना बुलाए शामिल हुईं दिव्या ने चेंगलाई में पेट्रोल पंप की मंजूरी में कई महीनों की देरी के लिए बाबू की आलोचना की थी और टिप्पणी की थी कि उन्होंने तबादला होने के दो दिन बाद ही मंजूरी दे दी, यह संकेत देते हुए कि वह अचानक मंजूरी देने के पीछे के कारणों को जानती हैं। अगले दिन बाबू कन्नूर स्थित अपने आवास में मृत पाए गए थे।
भाषा संतोष