दिल्ली पुलिस ने फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, मुख्य आरोपी गुजरात से गिरफ्तार
रवि कांत रवि कांत माधव
- 24 Oct 2024, 06:35 PM
- Updated: 06:35 PM
नयी दिल्ली, 24 अक्टूबर (भाषा) दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने फर्जी वीजा प्रदान करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ कर इस सिलसिले में गुजरात के सूरत से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी को दिल्ली लाकर गिरफ्तार कर लिया गया है, उसकी पहचान प्रतीक शाह (35) के रूप में हुई है।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा क्षेत्र की पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने कहा, ‘‘इस महीने की शुरुआत में हमारी टीम ने गिरोह के पांच सदस्यों गौरव (28), नितिन शर्मा (33), सरबजीत कौर (29), गगनदीप कौर (32) और रीना कौशल (42) को गिरफ्तार किया था। जांच के दौरान हमें प्रतीक शाह के बारे में पता चला। ’’
पुलिस उपायुक्त के मुताबिक कुलदीप (21) 28 सितंबर को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। उसके यात्रा संबंधी दस्तावेजों की जांच के दौरान पता चला कि उसके पासपोर्ट पर कनाडा का फर्जी 'विजिटर' वीजा लगा हुआ था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
कुलदीप ने पूछताछ में बताया कि एक दोस्त के जरिए उसकी मुलाकात एक एजेंट से हुई, जिसने खुद को संदीप बताया। संदीप ने उसे 18 लाख रुपये के बदले कनाडा भेजने का भरोसा दिया।
संदीप ने कुलदीप के लिए कनाडा में नौकरी का प्रबंध करने का भी वादा किया।
रंगनानी ने बताया कि कुलदीप ने एजेंट को अग्रिम राशि के तौर पर पांच लाख रुपये नकद दिए तथा यह तय हुआ कि शेष राशि कनाडा पहुंचने के बाद दी जाएगी। पुलिस ने बताया कि संदीप ने कुलदीप के लिए कनाडा के टिकट और विजिटर वीजा का प्रबंध किया था।
संदीप को सितंबर के अंत में हरियाणा के कैथल से गिरफ्तार किया गया था। उसने पुलिस को बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर एक गिरोह चलाता था।
रंगनानी ने बताया कि बाद में पुलिस की टीम ने गौरव, नितिन शर्मा, सरबजीत कौर, गगनदीप कौर और रीना कौशल को गिरफ्तार कर लिया, जो इस मामले में सक्रिय रूप से शामिल पाए गए।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि सरबजीत कौर और गगनदीप कौर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो विज्ञापन पोस्ट करते थे, जिसमें वे कनाडा के वीजा की गारंटी देते थे।
पूछताछ में पता चला कि कुलदीप के लिए फर्जी कनाडाई वीजा एक एजेंट प्रतीक शाह ने तैयार किया था, जो डिजाइन का विशेषज्ञ है और सूरत की एक फैक्टरी में कई देशों के लिए फर्जी वीजा स्टिकर तैयार करता था।
पुलिस उपायुक्त ने कहा, ‘‘एक टीम बनाई गई और शाह को गुजरात से गिरफ्तार कर लिया गया। अपने ठिकाने पर पुलिस की छापेमारी के दौरान, शाह को जल्दी-जल्दी अपना सामान पैक करते हुए पाया गया। वह अपने सहयोगियों की गिरफ्तारी की खबर पाकर और यह महसूस करते हुए कि पुलिस उसके ठिकाने पर पहुंच सकती है, अपनी फैक्टरी को दूसरी जगह ले जाने की तैयारी कर रहा था।’’
पुलिस ने शाह के पास से विभिन्न लोगों के नाम पर 14 फर्जी वीजा स्टिकर, विभिन्न देशों के नौ रबर स्टैम्प, कनाडा, सर्बिया, अजरबैजान, मैसेडोनिया और बोस्निया जैसे देशों के 16 डाई जब्त किए। इसके अलावा उसके पास से 80 खाली पीआर कार्ड चिप्स, एक बड़ा प्रिंटर, एक प्लास्टिक सीलिंग मशीन, सर्बिया, बोस्निया, अजरबैजान, ब्रिटेन और मैसेडोनिया के होलोग्राम युक्त गमिंग शीट, दो लैपटॉप, पांच मोबाइल फोन, 18 मूल पासपोर्ट और स्टेशनरी का सामान बरामद किया गया।
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