बीसीएएस, सीआईएसएफ प्रमुखों की केंद्रीय गृह सचिव से मुलाकात, बम धमकियों के मुद्दे पर चर्चा
अमित नरेश
- 21 Oct 2024, 03:49 PM
- Updated: 03:49 PM
नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर (भाषा) दो शीर्ष विमानन सुरक्षा अधिकारियों ने सोमवार को केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन से मुलाकात की और भारतीय विमानन कंपनियों के विमानों को बम से उड़ाने की लगातार मिल रही धमकियों की घटनाओं पर चर्चा की। इन धमकियों की वजह से उड़ानों का मार्ग परिवर्तित करना पड़ रहा है, उड़ानें रद्द हो रही हैं और यात्रियों को असुविधा हो रही है।
नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक (डीजी) जुल्फिकार हसन और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक राजविंदर सिंह भट्टी ने मोहन से नॉर्थ ब्लॉक स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की। तीनों अधिकारियों ने करीब आधे घंटे तक बैठक की।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय पुलिस सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हसन और भट्टी ने गृह सचिव को बम की धमकियों की घटनाओं और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी। हालांकि, बैठक के ब्यौरे के बारे में अभी तत्काल जानकारी नहीं मिली है।
रविवार को भारतीय एयरलाइन्स की 25 उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली।
यह घटनाक्रम विभिन्न भारतीय विमान सेवा कंपनियों की 30 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के एक दिन बाद हुआ। इस सप्ताह, लगभग 100 उड़ानों को बम से उड़ाने की अलग-अलग धमकी मिलीं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। बाद में सभी धमकी झूठी साबित हुईं।
बीसीएएस भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डों पर नागरिक उड़ानों की सुरक्षा के संबंध में मानक और उपाय निर्धारित करता है और वैश्विक रूप से विकसित हो रहे विमानन सुरक्षा परिदृश्य के प्रति संवेदनशील रहता है।
यह घरेलू परिचालन के साथ-साथ सभी मानकों और अनुशंसित अंतरराष्ट्रीय प्रथाओं को भी लागू करता है।
बीसीएएस नागर विमानन सुरक्षा मामलों में कर्मियों का समन्वय, निगरानी, निरीक्षण और प्रशिक्षण करता है, जिससे विमानन सुरक्षा की प्रभावशीलता अधिकतम हो और नागर विमानन परिचालन में गैरकानूनी हस्तक्षेप के कृत्यों को न्यूनतम किया जा सके।
सीआईएसएफ देश के 68 नागरिक हवाई अड्डों की सुरक्षा करता है, जिसमें लगभग 40,000 कर्मी तैनात हैं, जो आतंकवाद रोधी सुरक्षा प्रदान करते हैं, यात्रियों की तलाशी लेते हैं और सामान की जांच करते हैं।
भाषा अमित