अमित कुमार हत्याकांड की जांच ने किया फर्जी ऋण दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़
सं मनीषा खारी
- 17 Oct 2024, 01:55 PM
- Updated: 01:55 PM
नोएडा (उत्तर प्रदेश), 17 अक्टूबर (भाषा) ग्रेटर नोएडा के अमित कुमार हत्याकांड मामले की जांच ने फर्जी ऋण दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है और पुलिस ने एक बैंक की सहायक प्रबंधक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान नेहा, विशाल चंद्र और गोविंद सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि नेहा दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित एक निजी बैंक में सहायक प्रबंधक है।
उन्होंने बताया कि नेहा को आज गिरफ्तार किया गया जबकि चंद्र और सिंह को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से 206 डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड, 40 आधार कार्ड, 40 पैन कार्ड, 70 चेक बुक आदि बरामद किए गए हैं।
पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) शाद मिया खान ने बताया कि छह अक्टूबर की रात को अमित कुमार का शव दादरी पुलिस थाना क्षेत्र में ‘हायर’ कंपनी के पास मिला था । इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
खान ने बताया, ‘‘आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पता चला कि अमित और उसके अन्य साथी फर्जी ऋण दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे। अमित इस गिरोह का सरगना था’
उन्होंने कहा, ‘‘अमित ने एक फर्जी कंपनी शुरू की। वह और उसके साथी फर्जी कागजात के जरिए लोगों को कंपनी का कर्मचारी बताकर उनके खाते में वेतन के रूप में मोटी रकम दिखाते थे और लाखों रुपये का ऋण लेते थे। जिसके नाम से ऋण लिया जाता था उसे एक लाख रुपये देकर ये लोग बाकी धनराशि आपस में बांट लेते थे।’’
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जांच के आधार पर पुलिस नेहा, चंद्र और सिंह तक पहुंची।
इससे पहले, पुलिस ने हत्याकांड में खुलासा करते हुए कहा था कि ऋण के कमीशन के तौर अमित ने 1.50 करोड़ रुपये आरोपियों को नहीं दिए थे इसीलिए उसकी हत्या की गई।
भाषा सं मनीषा खारी