कांग्रेस ने मिजोरम के ‘सिनलुंग हिल्स काउंसिल’ का मुख्यालय स्थानांतरित करने का वादा किया
सिम्मी नरेश
- 17 Oct 2024, 01:12 PM
- Updated: 01:12 PM
आइजोल, 17 अक्टूबर (भाषा) कांग्रेस की मिजोरम इकाई ने वादा किया है कि अगर पार्टी पांच नवंबर को होने वाले स्थानीय निकाय चुनावों में सत्ता में आती है तो ‘सिनलुंग हिल्स काउंसिल’ (एसएचसी) का मुख्यालय इसके लिए निर्दिष्ट सकवरदाई गांव में स्थायी रूप से स्थानांतरित किया जाएगा।
कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष ललथनजारा ने कहा कि एसएचसी में सत्ता में आने के बाद पार्टी इसके विकास के लिए अपने सभी उपलब्ध संसाधनों और निधि का प्रभावी उपयोग करेगी।
असम और मणिपुर की सीमा से लगे तीन जिलों के तीन विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने वाली एसएचसी की स्थापना 2018 में मिजोरम सरकार और पूर्ववर्ती भूमिगत ‘हमार पीपुल्स कन्वेंशन- डेमोक्रेटिक’ (एचपीसी-डी) के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर के बाद की गई थी।
समझौते के अनुसार, मणिपुर सीमा के पास सकवरदाई एसएचसी का मुख्यालय होगा लेकिन एसएचसी वर्तमान में राज्य की राजधानी आइजोल में सचिवालय परिसर से अपना कार्यालय संचालित करता है क्योंकि कार्यालय परिसर और संबंधित बुनियादी ढांचा अभी तैयार नहीं हुआ है।
ललथनजारा ने बुधवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम एसएचसी का मुख्यालय इसके लिए निर्दिष्ट सकवरदाई गांव (आइजोल जिला) में स्थानांतरित करेंगे और परिषद एवं इसके लोगों के विकास के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे।’’
ललथनजारा पूर्व मुख्यमंत्री ललथनहवला के भाई हैं, जिनकी सरकार ने अप्रैल 2018 में एचपीसी (डी) के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष ने कहा, ‘‘जब (कांग्रेस से पहले) एमएनएफ सत्ता में थी, तब एचपीसी (डी) के साथ उसकी वार्ता विफल हो गई थी। कांग्रेस शांति को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है और शांति बहाल करने के उसके प्रयासों के परिणामस्वरूप 2018 में हमार उग्रवादियों के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर हुए।’’
उन्होंने दावा किया कि राज्य में 12 में से नौ जलविद्युत परियोजनाएं कांग्रेस सरकार के प्रयासों के कारण आई हैं। ललथनजारा ने सत्तारूढ़ ‘जोरम पीपुल्स मूवमेंट’ (जेडपीएम) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी है।
कुल 12 सदस्यीय एसएचसी के लिए मतदान पांच नवंबर को होगा और इस दौरान 23,789 मतदाता 49 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
भाषा
सिम्मी