झारखंड विधानसभा चुनाव: राजग और ‘इंडिया’ गठबंधन दोनों को अपनी-अपनी जीत का विश्वास
राजकुमार पवनेश
- 15 Oct 2024, 07:48 PM
- Updated: 07:48 PM
रांची, 15 अक्टूबर (भाषा) निर्वाचन आयोग द्वारा झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के वास्ते चुनाव की तारीखों की घोषणा किये जाने के साथ ही राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की अगुवाई वाले सत्तारूढ़ गठबंधन एवं विपक्षी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के बीच सीधे मुकाबले का मंच तैयार हो गया है। इस चुनाव में दोनों गठबंधनों का काफी कुछ दांव पर लगा है।
मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल जनवरी में समाप्त होगा।
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी चुनाव कार्यक्रम के अनुसार झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को मतदान होगा तथा 23 नवंबर को मतों की गिनती होगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग झारखंड में अपनी खोयी हुई जमीन फिर हासिल करने के लिए पहले से ही प्रचार में जुटा है। चुनाव प्रचार की मुहिम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा शामिल हैं। ये नेता ‘बांग्लादेशी घुसपैठ’ एवं ‘भ्रष्टाचार के बोलबाला’ के मुद्दों को जोर-शोर से उठा रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अगुवाई में झामुमो नीत सत्तारूढ़ गठबंधन उसका जवाब अबुआ आवास योजना, मंईयां सम्मान योजना जैसे कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर दे रहा है। मंईयां सम्मान योजना के तहत 18 से 50 साल तक की उम्र की महिलाओं के लिए वार्षिक सहायता 12,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दी गयी है।
विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन भी राजग की आकांक्षाओं को चुनौती देने के लिए कोशिशें तेज कर रहा है।
इस चुनाव में जिन महत्वपूर्ण कारकों का असर पड़ने की संभावना है, उनमें भाजपा की कल्याणकारी योजनाएं तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा सोरेन की गिरफ्तारी एवं उन्हें फिर जमानत मिलना शामिल हैं।
वैसे सत्तारूढ़ गठबंधन का दावा है कि यह गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित थी । सोरेन को जमीन की कथित धोखाधड़ी से संबंधित एक धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया गया था।
वर्ष 2019 के पिछले विधानसभा चुनाव में कड़ा मुकाबला था तथा झामुमो ने 30 एवं भाजपा ने 25 सीट जीती थीं। जबकि 2014 में उसे (भाजपा को) 37 सीट मिली थी। 2019 में झामुमो -कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 47 सीट के साथ बहुमत हासिल किया था।
भाजपा ने घोषणा की है कि राजग में सीट का बंटवारा ‘करीब-करीब पूरा’ हो गया है तथा अगले 48 घंटे में उम्मीदवारों की उसकी पहली सूची सामने आ सकती है।
इस प्रस्तावित व्यवस्था के तहत सुदेश महतो की अगुवाई वाली आजसू पार्टी नौ से 11 सीट पर लड़ सकती है जबकि नीतीश कुमार की अगुवाई वाला जनता दल यूनाइटेड दो सीट पर प्रत्याशी उतारेगा। लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख चिराग पासवान के विदेश से लौटने के बाद इस पार्टी के साथ सीट के बंटवारे पर वार्ता बुधवार या बृहस्पतिवार को होगी ।
सोमवार को सोरेन ने इस बात की पुष्टि की कि झामुमो नीत गठबंधन सभी 81 सीट पर चुनाव लड़ेगा, वैसे सहयोगियों के बीच सीट बंटवारा अभी नहीं हुआ है। कांग्रेस ने कहा है कि वह झामुमो के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी तथा सीट बंटवारे पर निर्णय शीघ्र होगा।
भाषा
राजकुमार