हरियाणा : डीजीपी ने अपराधों को रोकने के मुद्दे पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की
धीरज माधव
- 14 Oct 2024, 05:24 PM
- Updated: 05:24 PM
चंडीगढ़, 14 अक्टूबर (भाषा) हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर हिंसक अपराधों को रोकने के उपायों पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने राज्य में मादक पदार्थ और आव्रजन धोखाधड़ी के खिलाफ जारी अभियान की भी समीक्षा की। सोमवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक कपूर ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी), पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों (एसपी) सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
डीजीपी ने बैठक की अध्यक्षता की और उन्होंने हिंसक अपराध को नियंत्रित करने और सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस अधिकारियों को आधुनिक हथियारों का परीक्षण देने पर जोर दिया।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने जिलों में युवा अधिकारियों को चुने और आधुनिक हथियारों का प्रशिक्षण के लिए ऐसे अधिकारियों का बैच बनाएं।
कपूर ने कहा, ‘‘ यह अहम है कि हम अपने अधिकारियों को स्थिति को उचित एवं प्रभावी तरीके से संभालने में सक्षम बनाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाला प्रशिक्षण दें।’’
उन्होंने निर्देश दिया कि इसके लिए उच्च कोटि के प्रशिक्षक का चुनाव होना चाहिए एवं पुलिस मुख्यालय को पाठ्यक्रम तैयार करना चाहिए।
विज्ञप्ति के मुताबिक 21 अक्टूबर से शुरू होने वाले इस पाठ्यक्रम के दौरान अधिकारियों को हथियार चलाने और सौम्य तरीके से स्थिति को संभालने दोनों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण सात से दस दिनों तक चलेगा। इस उद्देश्य के लिए हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन और सुनारिया में पुलिस प्रशिक्षण केंद्र का चयन किया गया है।
डीजीपी ने आव्रजन धोखाधड़ी (फर्जीवाड़ा करके अवैध रूप से लोगों को विदेश भेजने) के मुद्दे पर अधिकारियों से कहा कि उन एजेंट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें जो लोगों को विदेश भेजने के बहाने धोखा देते हैं।
कपूर ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि वे 31 दिसंबर तक गांवों और वार्ड को मादक पदार्थ से मुक्त करने का लक्ष्य तय करें।
भाषा
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