हरियाणा विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को झटका, नहीं खुला खाता
आशीष माधव
- 08 Oct 2024, 08:11 PM
- Updated: 08:11 PM
चंडीगढ़, आठ अक्टूबर (भाषा) हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) के लिए झटका हैं, क्योंकि पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा को भी कलायत सीट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा। कैथल जिले की कलायत सीट से कांग्रेस के विकास सहारन ने जीत दर्ज की।
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से किसी पर भी आप का कोई उम्मीदवार कड़ी टक्कर नहीं दे सका। दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आप को इस साल के शुरू में हुए लोकसभा चुनावों में भी हरियाणा में कोई चुनावी सफलता नहीं मिली थी।
कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए बातचीत सफल नहीं हो पाने के बाद आप ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था। चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर वह तीन-चार महीने पहले जेल से रिहा हो गए होते तो चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में अपनी सरकार बना लेती। उन्होंने दावा किया था, ‘‘हरियाणा में जो भी सरकार बनेगी, वह आम आदमी पार्टी के समर्थन से बनेगी।’’
आबकारी नीति घोटाले से जुड़े केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के मामले में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से रिहा हुए। वह पांच महीने तक जेल में रहे।
इस साल लोकसभा चुनावों में केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी ने कुरुक्षेत्र संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा। इस सीट पर आप की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुशील गुप्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवीन जिंदल से लगभग 29,000 मतों से हार गए।
आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल को ‘हरियाणा का लाल’ बताते हुए उनके नाम पर वोट मांगे। पार्टी ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त और चौबीसों घंटे बिजली, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों का कायापलट, मुफ्त और अच्छी शिक्षा, मोहल्ला क्लीनिक की स्थापना और महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये देने समेत कई गारंटी की घोषणा की थी।
आप ने 2014 के लोकसभा चुनावों में राज्य की सभी 10 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2019 के संसदीय चुनावों में आप ने जननायक जनता पार्टी (जजपा) से हाथ मिलाया और तीन सीटों फरीदाबाद, करनाल और अंबाला से उम्मीदवार उतारे, लेकिन कोई कामयाबी नहीं मिली।
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आप ने 46 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और कोई जीत दर्ज करने में असफल रही।
भाषा आशीष