भाजपा, केंद्र ने पाक के दुष्प्रचार का कड़ा जवाब दिया: जम्मू-कश्मीर चुनाव पर फडणवीस
नोमान माधव
- 08 Oct 2024, 06:04 PM
- Updated: 06:04 PM
मुंबई, आठ अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में पाकिस्तान के दुष्प्रचार का कड़ा जवाब दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थिति मजबूत करेंगे।
हरियाणा में भाजपा निर्णायक जनादेश के साथ सत्ता में बनी रहेगी, जबकि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस अपनी सहयोगी कांग्रेस के साथ मिलकर सत्ता में आती दिख रही है।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, हरियाणा में भाजपा 90 में से 49 सीट पर बढ़त बनाए हुए है और लगातार तीसरी बार राज्य में सरकार बनाएगी।
आयोग की वेबसाइट के अनुसार, 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन सरकार बनाने जा रहा है, जबकि भाजपा ने 27 सीट जीती हैं और दो अन्य पर आगे है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव अगले महीने होने की संभावना है।
फडणवीस ने सोलापुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैं हरियाणा राज्य चुनाव के नतीजों पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। हालांकि, भाजपा और केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर चुनावों में पाकिस्तान के दुष्प्रचार का कड़ा जवाब दिया है।”
भाजपा नेता ने कहा कि विपक्ष का दुष्प्रचार भी गलत साबित हो गया है, क्योंकि उनमें से कुछ ने यह कहकर लोगों को डराने की कोशिश की थी कि (जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाला) अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सड़कों पर खून-खराबा होगा।
उन्होंने कहा, “हमने दुनिया को दिखा दिया है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में भाग लिया है। यह एक कड़ा संदेश है कि भारत सरकार और भारत का निर्वाचन आयोग वहां निष्पक्ष चुनाव करा सकते हैं। यहां तक कि कई अन्य देशों द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षकों ने भी चुनावों की निष्पक्षता देखी है।”
महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हरियाणा चुनाव परिणाम कांग्रेस के “फर्जी विमर्श” के लिए एक कड़ा संदेश है, जिसने इस वर्ष के शुरू में हुए लोकसभा चुनावों में उनकी पार्टी को प्रभावित किया था।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी का झूठ अब उजागर हो गया है। हरियाणा के मतदाताओं को यह अहसास हो गया है कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 2029 तक चलने वाली है, इसलिए हरियाणा के मतदाताओं ने अपने राज्य में भी ‘डबल इंजन’ की सरकार चुनी है।”
बावनकुले ने कहा कि महाराष्ट्र में महायुति सरकार राज्य चुनावों में भी यही दोहराएगी। महायुति में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजीत पवार की राकांपा शामिल है।
राजनीतिक विश्लेषक अभय देशपांडे का मानना है कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनाव परिणाम महाराष्ट्र में भाजपा की स्थिति मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा, “सीट बंटवारे पर बातचीत के दौरान (महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति की) भाजपा की लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के लिए आलोचना की गई थी।"
हालांकि, देशपांडे ने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे संकेत देते हैं कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव में मिली असफलताओं से उबरकर वापसी की है और वह अपनी चुनौतियों से पार पाने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि जो लोग विपक्षी महाविकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों में शामिल होने के बारे में सोच रहे हैं, वे भी भाजपा नीत राजग को छोड़ने के बारे में दोबारा सोचेंगे।
देशपांडे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए एमवीए में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस का पलड़ा भारी था, क्योंकि उसने लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था।
उन्होंने कहा, “कांग्रेस को अब राकांपा (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) जैसे अपने सहयोगियों के साथ सीट के बंटवारे पर चर्चा करते समय नरम रुख अपनाना होगा।”
भाषा
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