कांग्रेस का जम्मू क्षेत्र में प्रदर्शन अपेक्षा से नीचे रहा, एक सीट जीती
अमित मनीषा
- 08 Oct 2024, 05:18 PM
- Updated: 05:18 PM
जम्मू, आठ अक्टूबर (भाषा) जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का अकेले का प्रदर्शन अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है क्योंकि जम्मू क्षेत्र में उसके 29 उम्मीदवारों में से केवल एक ही जीत पाया है जबकि दो कार्यकारी अध्यक्षों सहित इसके प्रमुख नेता चुनाव हार गए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन में चुनाव लड़ रही कांग्रेस ने 32 उम्मीदवार मैदान में उतारे, जिनमें से अधिकतर जम्मू क्षेत्र में हैं, जबकि क्षेत्रीय दल ने 51 उम्मीदवार उतारे। इसके अतिरिक्त, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) को एक-एक सीट दी गई थी। कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस, दोनों के बीच पांच सीट पर 'दोस्ताना मुकाबला' था।
जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस केवल राजौरी सीट जीतने में सफल रही, जबकि 2014 में उसने कुल पांच सीट जीती थीं। कांग्रेस के इफ्तिखार अहमद ने 28,923 वोट हासिल करके अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विबोध गुप्ता को 1,404 मतों के अंतर से हराया।
सीट बंटवारे के समझौते के अनुसार नेशनल कान्फ्रेंस ने इस निर्वाचन क्षेत्र से कोई उम्मीदवार नहीं उतारा।
कांग्रेस हालांकि कश्मीर में दो सीट जीतने में सफल रही, जहां पूर्व मंत्री पीरजादा मोहम्मद सैयद ने पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के महबूब बेग को 1,686 मतों के अंतर से हराया और पूर्व विधायक निजामुद्दीन भट ने पार्टी के लिए बांदीपोरा सीट जीती।
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा (सेंट्रल शाल्टेंग), कांग्रेस महासचिव जी ए मीर (डूरू) और इरफान हाफिज लोन (वागूरा-क्रीरी) तीन अन्य कांग्रेस नेता हैं, जो कश्मीर घाटी में बड़े अंतर से बढ़त हासिल करने के बाद अपनी सीट जीतने की संभावना रखते हैं।
जम्मू क्षेत्र में कांग्रेस नेताओं के प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके अधिकतर वरिष्ठ नेता भाजपा प्रतिद्वंद्वियों से पिछड़ते दिख रहे हैं। इनमें दो कार्यकारी अध्यक्ष, एक पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कई मंत्री शामिल हैं।
चुनाव में हारने वाले या पीछे चल रहे उन प्रमुख नेताओं में कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद (छंब), कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री रमन भल्ला (आर एस पुरा), प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री विकार रसूल वानी (बनिहाल), दो बार के पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह (बसोहली), पूर्व मंत्री मनोहर लाल शर्मा (बिलावर), योगेश साहनी (जम्मू पूर्व), मूला राम (मढ़) और मोहम्मद शब्बीर खान (थानामंडी) शामिल हैं।
भाषा अमित