विवाहिता लापता होने के तीन साल बाद मिली प्रेमी संग, दर्ज था हत्या व अपहरण का मुकदमा
सं आनन्द नोमान
- 07 Oct 2024, 09:37 PM
- Updated: 09:37 PM
गोंडा (उप्र) सात अक्टूबर (भाषा) जिले की पुलिस ने करीब तीन साल से लापता एक विवाहित महिला को लखनऊ से उसके प्रेमी के पास से बरामद किया है। इस महिला की हत्या और अपहरण को लेकर दो अलग-अलग अभियोग उसके मायके और ससुराल पक्ष की तरफ से दर्ज कराए गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल ने बताया कि 17 नवंबर 2017 को थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के ददुआ बाजार निवासी विनय कुमार की शादी नवाबगंज थाना क्षेत्र के सेमरा शेखपुर निवासी कविता (23) से हुई थी तथा पांच मई 2021 को कविता अचानक ससुराल से लापता हो गई।
एसपी ने बताया कि मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाना कोतवाली नगर में उसके पति, देवर, सास, ननद समेत पांच लोगों के खिलाफ अभियोग दर्ज कराया था।
उनके मुताबिक, पुलिस के काफी तलाश करने के बावजूद कविता का कहीं पता नहीं चल सका।
जायसवाल ने बताया कि इस बीच मुकदमे में आरोपी बनाए गए पति विनय कुमार ने भी 20 दिसंबर 2022 को कविता के भाई अखिलेश समेत छह लोगों के खिलाफ अपनी पत्नी कविता का अपहरण कर बंधक बनाए जाने का अभियोग दर्ज कराया।
उन्होंने बताया कि दोनों अभियोगों में विवेचना चलती रही मगर न तो कविता का पता चला और न ही मुकदमा किसी निष्कर्ष पर पहुंचा।
एसपी के मुताबिक, दोनों पक्ष उच्च न्यायालय पहुंच गए और अदालत ने मामले की सुनवाई करते हुए पुलिस से अब तक की गई कार्रवाई का विवरण तलब कर लिया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद सक्रिय हुए ‘स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप’ (एसओजी) व नगर कोतवाली पुलिस ने कविता को लखनऊ के डालीगंज मोहल्ले में स्थित उसके प्रेमी सत्य नारायण गुप्ता के आवास से बरामद कर लिया।
एसपी ने बताया कि सत्य नारायण की गोंडा के दुर्जनपुर बाजार में दुकान थी तथा कविता के घर उसका आना-जाना था और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने के बाद वह सत्य नारायण के साथ चली गई।
जायसवाल के मुताबिक, पूछताछ में कविता ने बताया कि ससुराल से जाने के बाद वह सत्य नारायण के साथ अयोध्या में एक साल तक रही और बाद में वह उसे लेकर लखनऊ चला गया जहां वे डालीगंज में रहने लगे।
एसपी ने कहा कि महिला का चिकित्सीय परीक्षण कराकर उसे अदालत में पेश किया जाएगा तथा अदालत के निर्देशानुसार अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी।
भाषा सं आनन्द