रुपया एक पैसे की गिरावट के साथ 84 प्रति डॉलर पर
राजेश राजेश अजय
- 07 Oct 2024, 09:35 PM
- Updated: 09:35 PM
मुंबई, सात अक्टूबर (भाषा) घरेलू बाजारों में गिरावट के रुख और विदेशी कोषों की बिकवाली के दबाव से सोमवार को अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये को मिला शुरुआती लाभ लुप्त हो गया और अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया एक पैसे की गिरावट के साथ 84.00 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल की ऊंची कीमतों और इजराइल एवं ईरान के बीच बढ़ते तनाव ने स्थानीय मुद्रा पर दबाव डाला। हालांकि, विदेशी मुद्रा भंडार के सर्वकालिक उच्चस्तर से निवेशकों की धारणा को बल मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.96 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 83.95 प्रति डॉलर के दिन के उच्चतम स्तर को छूने के बाद अंत में एक पैसे की गिरावट दर्शाता 84.00 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
पिछले कारोबारी सत्र में शुक्रवार को रुपया 83.99 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें आशंका है कि विदेशी कोषों की बिकवाली के दबाव और घरेलू बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव से रुपये पर दबाव बढ़ सकता है।’’
रिजर्व बैंक के पुनर्गठित दर-निर्धारण पैनल ने सोमवार को अगली द्विमासिक मौद्रिक नीति पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया।
मौजूदा संदर्भ में, विशेषज्ञों का मानना है कि रिजर्व बैंक शायद अमेरिकी फेडरल रिजर्व का अनुसरण नहीं करे, जिसने बेंचमार्क दरों में आधा प्रतिशत की कटौती की है।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर सेंसेक्स 638.45 अंक टूटकर 81,050.00 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 218.85 अंक टूटकर 24,795.75 अंक पर बंद हुआ। यह शेयर बाजारों में गिरावट का लगातार छठा दिन रहा।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02 प्रतिशत घटकर 102.49 रह गया।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79.32 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने सोमवार को शुद्ध रूप से 8,293.41 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश