जम्मू कश्मीर चुनाव: मतगणना केंद्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
अमित प्रशांत
- 06 Oct 2024, 03:22 PM
- Updated: 03:22 PM
श्रीनगर, छह अक्टूबर (भाषा) जम्मू कश्मीर की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मंगलवार को होने वाली मतगणना को लेकर सभी जिला मुख्यालयों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। इससे पांच साल पहले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किये जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पहली निर्वाचित सरकार बनने का मार्ग प्रशस्त होगा।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि जम्मू कश्मीर में सभी 20 मतगणना केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जहां मंगलवार को मतों की गिनती होगी।
जम्मू कश्मीर में 2014 के बाद पहला विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुआ, जिसमें 18 सितंबर को पहले चरण में 24 सीट पर मतदान हुआ। दूसरे चरण का मतदान 18 सितंबर को हुआ, जिसमें 26 सीट पर मतदान हुआ जबकि शेष 40 सीट के लिए तीसरे और अंतिम चरण में मतदान एक अक्टूबर को हुआ।
अधिकारी ने कहा, ‘‘केवल चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के अधिकृत मतगणना एजेंट और मतगणना ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को ही मतगणना हॉल के अंदर जाने की अनुमति होगी।’’
उन्होंने कहा कि प्रत्येक राउंड की मतगणना के बाद मतगणना केंद्र के बाहर सार्वजनिक संबोधन प्रणाली पर प्रत्येक उम्मीदवार के मतों की घोषणा की जाएगी।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार हुए चुनाव में 63.45 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2014 के विधानसभा चुनाव में दर्ज 65.52 प्रतिशत से कम है। नब्बे सदस्यीय सदन के लिए 873 उम्मीदवार मैदान में हैं ।
प्रमुख उम्मीदवारों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला हैं, जो बडगाम और गंदेरबल क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे हैं, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद गनी लोन जो हंदवाड़ा और कुपवाड़ा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा, बटमालू सीट से उम्मीदवार हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना, जो नौशेरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
वहीं अन्य उम्मीदवारों में कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर (डूरू), पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) नेता वहीद पारा (पुलवामा), इल्तिजा मुफ्ती (बिजबेहरा), अपनी पार्टी के अध्यक्ष अल्ताफ बुखारी (चनापोरा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी (कुलगाम) और पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग और तारा चंद शामिल हैं।
अधिकतर एग्जिट पोल ने जम्मू कश्मीर में खंडित जनादेश का अनुमान व्यक्त किया है, हालांकि नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को बढ़त मिलने की संभावना भी जताई गई है। कुछ एग्जिट पोल ने इस गठबंधन को बहुमत के करीब दिखाया है।
भाषा
अमित