उखरुल में हिंसा के दौरान लूटे गए 80 प्रतिशत आग्नेयास्त्र बरामद: मणिपुर पुलिस
सिम्मी शोभना
- 06 Oct 2024, 09:39 AM
- Updated: 09:39 AM
उखरुल, छह अक्टूबर (भाषा) मणिपुर के उखरुल पुलिस थाने से भीड़ द्वारा लूटे गए 16 आग्नेयास्त्र बरामद कर लिए गए हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी।
महानिरीक्षक (अभियान) आई.के. मुइवा ने एक संवाददाता सम्मेलन में शनिवार को बताया कि दो गांवों के लोगों के बीच दो अक्टूबर को हुई झड़प के दौरान भीड़ ने पुलिस थाने में घुसकर 20 आग्नेयास्त्र लूट लिए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘सुरक्षा बलों, नागरिक समाज से जुड़े संगठनों (सीएसओ) और सामुदायिक नेताओं के सहयोग से 80 प्रतिशत हथियार बरामद कर लिए गए हैं।’’
मुइवा ने कहा कि शेष हथियारों को बरामद करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने बताया कि बरामद किए गए हथियारों में 9 एमएम पिस्तौल, इंसास राइफल और एके-47 राइफल शामिल हैं।
मुइवा ने बताया कि जिले में स्थिति नियंत्रण में है और मणिपुर राइफल्स, असम राइफल्स और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) सहित सुरक्षा बल दोनों गांवों के नेताओं के सहयोग से कड़ी निगरानी रख रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह उन सभी के लिए अभूतपूर्व, उल्लेखनीय और प्रशंसनीय है जिन्होंने सामान्य स्थिति बहाल करने में अत्यंत सकारात्मक भूमिका निभाई है।’’
असम राइफल्स के अधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि ‘‘न्यूनतम बल प्रयोग करके या बल प्रयोग किए बिना ही’’ स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘असम राइफल्स, बीएसएफ और पुलिस ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि कोई और हिंसक घटना न हो। सीएसओ ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।’’
मणिपुर के उखरुल कस्बे में दो गुटों के बीच झड़प के दौरान भीड़ ने एक पुलिस थाने पर हमला कर दिया था और हथियार लूट लिए थे। कस्बे में ‘स्वच्छता अभियान’ के दौरान एक विवादित भूमि की सफाई को लेकर दो अक्टूबर को नगा समुदाय के दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी और 20 अन्य लोग घायल हो गए थे। ये दोनों गुट अलग-अलग गांव से थे।
झड़प के बाद शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई और मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं थीं।
भाषा सिम्मी