साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन के बीच नमो भारत ट्रेन का परीक्षण शुरू
धीरज माधव
- 05 Oct 2024, 05:55 PM
- Updated: 05:55 PM
नयी दिल्ली, पांच अक्टूबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने शनिवार को साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन के बीच नमो भारत ट्रेन का परीक्षण शुरू किया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति के मुताबिक सराय काले खां(दिल्ली) से मेरठ (उत्तर प्रदेश) के बीच बन रहे 82 किलोमीटर लंबे रैपिड रेल गलियारे का यह 12 किलोमीटर का हिस्सा उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन को न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन से जोड़ेगा। इन दोनों स्टेशन के बीच में आनंद विहार और न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन हैं।
इसमें कहा गया है कि इस रूट के परिचालन के साथ ही यात्रियों को न्यू अशोक नगर और मेरठ दक्षिण आरआरटीएस स्टेशन के बीच तेज और सुविधाजनक यात्रा का विकल्प मिलेगा और वे यह दूरी 40 मिनट से भी कम समय में तय कर सकेंगे।
परीक्षण में निर्मित ढांचे की अनुकूलता जांच के लिए नमो भारत ट्रेन को ‘मैन्युअल’ आधार पर संचालित किया गया।
विज्ञप्ति के मुताबिक परीक्षण के दौरान एनसीआरटीसी ट्रेन के एकीकृत प्रदर्शन और ट्रैक, सिग्नलिंग, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) और ओवरहेड पावर सप्लाई सिस्टम जैसी विभिन्न उप-प्रणालियों के साथ इसके समन्वय का आकलन करेगा। अगले कुछ महीनों में हाई-स्पीड परीक्षण सहित व्यापक तौर पर ट्रेन के परीक्षण संचालन की योजना बनाई गई है।
इसमें कहा गया है कि आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन सबसे व्यस्त परिवहन केंद्रों में से एक होगा जहां बड़ी संख्या में यात्री आएंगे, क्योंकि यह दो मेट्रो लाइन, एक रेलवे स्टेशन और दो आईएसबीटी (एक दिल्ली की तरफ और दूसरा उत्तर प्रदेश के कौशांबी में) के निकट है।
विज्ञप्ति के मुताबिक न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन से 100 मीटर से भी कम दूरी पर स्थित है। इन दो परिवहन साधनों को एकीकृत करने के लिए, एनसीआरटीसी मेट्रो स्टेशन के कॉनकोर्स स्तर को आरआरटीएस स्टेशन के कॉनकोर्स से जोड़ने वाला एक फुटब्रिज (एफओबी) बनाएगा।
इस समय नमो भारत ट्रेन की सेवाएं साहिबाबाद से मेरठ दक्षिण तक 42 किलोमीटर की दूरी पर प्रदान की जा रही हैं जिसमें नौ स्टेशन हैं। साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर खंड के चालू होने से सेवा में उपलब्ध गलियारे की कुल लंबाई बढ़कर 54 किलोमीटर हो जाएगी, जिसमें 11 आरआरटीएस स्टेशन होंगे।
विज्ञप्ति के मुताबिक 82 किलोमीटर लंबे इस गलियारे को जून 2025 तक पूर्ण रूप से संचालित करने का लक्ष्य है। परियोजना पूरी होने पर यात्री 82 किलोमीटर की इस दूरी को एक घंटे से भी कम समय में तय कर सकेंगे।
भाषा धीरज