अमेठी में शिक्षक सहित चार लोगों की हत्या का आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल
सं जफर संतोष शोभना
- 05 Oct 2024, 12:34 PM
- Updated: 12:34 PM
अमेठी (उप्र), पांच अक्टूबर (भाषा) अमेठी में एक दलित परिवार की हत्या करने का आरोपी शनिवार तड़के पुलिस के साथ मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार यह घटना उस समय हुई जब शिवरतनगंज थाने के उपनिरीक्षक मदन कुमार सिंह नहर पटरी के पास मिली पिस्तौल को अपने कब्जे में ले रहे थे। पुलिस ने आरोपी चंदन वर्मा की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद की है।
पुलिस ने एक बयान में कहा कि जब सिंह पिस्तौल और उसकी मैगजीन का निरीक्षण कर रहे थे तभी आरोपी चंदन वर्मा ने सिंह की पिस्तौल छीन ली और उन्हें जान से मारने की नीयत से उन पर गोली चला दी।
बयान में कहा गया कि इस पर पुलिस निरीक्षक सच्चिदानंद राय ने बचाव में गोली चलाई जो वर्मा के दाहिने पैर में लगी।
आरोपी चंदन वर्मा को शुक्रवार रात नोएडा में एक टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया गया था वह दिल्ली भागने की फिराक में था। सरकारी स्कूल के शिक्षक सुनील कुमार (35), पत्नी पूनम (32) और उनकी दो बेटियों दृष्टि (6) और सुनी (एक वर्ष) की अमेठी के अहोरवा भवानी इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
पूनम ने वर्मा पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था और उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल एक देसी पिस्तौल और एक काले रंग की ‘एनफील्ड बुलेट’ जब्त कर ली है।
इस बीच, अमेठी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अंशुमान सिंह ने कहा कि चंदन वर्मा को तिलोई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जिला अस्पताल रेफर किया गया था।
सीएमओ ने कहा, ‘‘ उसके दाहिने पैर में गोली लगी है और वह खतरे से बाहर है।’’
अमेठी के जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक डॉ शुभम पांडे ने बताया कि चंदन वर्मा (27) को पुलिस सुबह करीब 5.30-5.45 बजे लेकर आई थी। उसके दाहिने पैर में चोट है।
पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह के अनुसार यह घटना कथित तौर पर अवैध संबंधों के कारण हुई। एसपी ने बताया कि वर्मा के कथित तौर पर पिछले 18 महीनों से शिक्षक की पत्नी के साथ संबंध थे ।
उन्होंने यह भी कहा कि आरोपी ने परिवार की हत्या करने के बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी लेकिन बंदूक से गोली नहीं चली।
अधिकारी के अनुसार वर्मा ने जुर्म कबूल कर लिया है। सिंह ने बताया कि वर्मा ने पिस्तौल से 10 गोलियां चलाईं।
वर्मा द्वारा सोशल मीडिया पर पांच लोगों की मौत होने संबंधी पोस्ट के बारे में पूछे जाने पर एसपी ने कहा, ‘‘उसने एक परिवार चार लोगों की हत्या करने के बाद खुद को गोली मारने का इरादा किया था। वही पांचवां व्यक्ति था, लेकिन उसका आत्महत्या का प्रयास विफल हो गया।’’
पुलिस को पता चला है कि पूनम ने 18 अगस्त को रायबरेली में वर्मा के खिलाफ अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी।
उन्होंने शिकायत में कहा था, ‘‘अगर मुझे या मेरे परिवार को कुछ होता है तो वर्मा इसका जिम्मेदार होगा।’’
एसपी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘चंदन वर्मा रायबरेली जिले का निवासी है। ऐसा प्रतीत होता है कि वह पीड़िता के घर पहुंचा और किसी बात से नाराज हो गया, जिसके बाद उसने परिवार के सदस्यों पर गोली चलानी शुरू कर दी जिससे सभी की मौत हो गई।’’
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की थी जबकि विपक्ष ने राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया।
भाषा सं जफर संतोष